वृक्षों की उपयोगिता व महत्व से भरा पड़ा है ग्रंथ, इतिहास व साहित्य
वृक्षों की उपयोगिता व महत्व से भरा पड़ा है ग्रंथ, इतिहास व साहित्य
मधेपुरा. पार्वती साइंस काॅलेज के स्नातकोत्तर भूगोल विभाग में पर्यावरण संरक्षण में एक पेड़ मां के नाम योजना का महत्व विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसका उद्धाटन महाविद्यालय प्राचार्य प्रो अशोक कुमार, मुख्य अतिथि अजय कुमार अंकोला, विभागाध्यक्ष डाॅ राजेश कुमार सिंह, समाजशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक डाॅ अक्षय कुमार चौधरी ने किया. कार्यक्रम के प्रारंभ में उपस्थित सभी शिक्षाविदों ने शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य में डाॅ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. प्राचार्य ने कहा कि शिक्षक दिवस डाॅ राधाकृष्णन द्वारा दिये गये अतुलनीय योगदान व उपलब्धियों को अपने जीवन में आत्मसात करने का दिन है. साथ ही जलवायु परिवर्तन जैसी पर्यावरणीय चुनौतियों से पृथ्वी को बचाने के लिए एक पेड़ मां के नाम से पौधरोपण का देश भर में में जो अभियान चल रहा है, उसमें पार्वती साइंस काॅलेज भी आज अपना महती योगदान दे रही है. मुख्य अतिथि अजय अंकोला ने कहा कि हमारे प्राचीन ग्रंथों, इतिहास व साहित्य में वृक्षों की उपयोगिता व महत्व से भरा पड़ा है. वृक्ष को मां का दर्जा दिया गया है. इसलिए हम सबों को वृक्षों की देखभाल मां की तरह करना चाहिये. विभागाध्यक्ष डाॅ राजेश ने कहा कि आज का दिन शिक्षकों व अध्ययन-अध्यापन से जुड़े प्रत्येक व्यक्ति के लिए अपने शिक्षको के प्रति प्यार व सम्मान दिखाने तथा शिक्षकों द्वारा सामाजिक निर्माण में दिये जा रहे योगदान के प्रति आभार व्यक्त करने का दिन है. पौधरोपण करके जहां हम पर्यावरण संरक्षण के प्रति सामाजिक दायित्वों व समाज निर्माण के प्रति अपनी जागरूकता दिखाते हैं. डाॅ अक्षय कुमार चौधरी ने कहा कि शिक्षक हमारे समाज व छात्रों के चरित्र का निर्माण करते हैं. मौके पर प्राचीन इतिहास व संस्कृति विभाग के डा मो सरफराज आलम, जंतु विज्ञान के डा ब्रजेश कुमार सिंह, मनोविज्ञान विभाग के राजेश कुमार आदि उपस्थित थे.
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