प्रतिनिधि, मधेपुरा केंद्रीय बजट को छात्र, नौजवान, किसान, मजदूर, गरीब, वंचितों विरोधी बताकर बुधवार को एनएसयूआइ नेताओं व कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का पुतला दहन किया, जिसका नेतृत्व जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने किया. जिलाध्यक्ष ने कहा कि यह बजट जनता के साथ धोखा है. इस बजट से जनता का कोई सरोकार नहीं है. बजट पूर्णतः छात्र, नौजवान, किसान व मजदूर विरोधी है. उन्होंने कहा कि आज आम जनता महंगाई, बेरोजगारी व भुखमरी से परेशान है, लेकिन इन बातों का बजट में कही जिक्र नहीं है. आज देश की जनता मूलभूत आवश्यकताओं के लिए संघर्ष कर रही है. महंगाई के कारण आटा, दाल, सब्जी व दूध खाना मुश्किल हो रहा है. पठन-पाठन सामग्रियों पर सरकार के जीएसटी व नई शिक्षा नीति के वजह से महंगी शिक्षा से गरीब व कमजोर वर्ग के बच्चे शिक्षा से वंचित हो रहे है. नौजवान डिग्री लेकर सड़कों पर भटक रहे हैं और बेरोजगारी के कारण निराश होकर आत्महत्या करने को मजबूर हैं. किसान कर्ज के बोझ तले दबे हुये हैं और खेती-किसानी में बढ़ते खर्चे व फसल के वाजिब दाम नहीं मिलने से आत्महत्या कर रहे हैं. महिलाएं पीड़ित व प्रताड़ित हो रही है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार विज्ञापन के जरिये वाहवाही बटोर रहे हैं.
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