बिहार की बेटी बनी दक्षिण दिल्ली की महापौर, बचपन से ही राजनीति में थी दिलचस्पी
मधेपुरा के मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड 10 निवासी बीएल हाई स्कूल के सेवानिवृत्त विज्ञान शिक्षक धीरेंद्र नारायण सिंह की चतुर्थ पुत्री अनामिका सिंह ने दक्षिण दिल्ली से महापौर पद के लिए निर्विरोध चुने गये हैं. गौरतलब हो कि अनामिका सिंह का बचपन से लेकर स्कूली शिक्षा तक मुरलीगंज बीएल हाई स्कूल में माता-पिता के संरक्षण में हुआ. वहीं उन्होंने उच्च शिक्षा बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा से उच्च शिक्षा में एमए करने के बाद उत्तर प्रदेश के चौधरी चरण सिंह कॉलेज से बीएड की डिग्री प्राप्त की पटना विश्वविद्यालय से उन्होंने पीएचडी की मानद उपाधि प्राप्त की. बचपन से ही राजनीति में उनकी खासी दिलचस्पी थी.
मधेपुरा के मुरलीगंज नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड 10 निवासी बीएल हाई स्कूल के सेवानिवृत्त विज्ञान शिक्षक धीरेंद्र नारायण सिंह की चतुर्थ पुत्री अनामिका सिंह ने दक्षिण दिल्ली से महापौर पद के लिए निर्विरोध चुने गये हैं. गौरतलब हो कि अनामिका सिंह का बचपन से लेकर स्कूली शिक्षा तक मुरलीगंज बीएल हाई स्कूल में माता-पिता के संरक्षण में हुआ. वहीं उन्होंने उच्च शिक्षा बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा से उच्च शिक्षा में एमए करने के बाद उत्तर प्रदेश के चौधरी चरण सिंह कॉलेज से बीएड की डिग्री प्राप्त की पटना विश्वविद्यालय से उन्होंने पीएचडी की मानद उपाधि प्राप्त की. बचपन से ही राजनीति में उनकी खासी दिलचस्पी थी.
दक्षिण दिल्ली की निर्विरोध महापौर चुनी गयी अनामिका
अनामिका स्कूल के ही सभी क्रियाकलापों अनिवार्य रूप से हिस्सा लेती थी, बहुमुखी प्रतिभा के धनी अनामिका सिंह के बारे में पिता देव नारायण सिंह कहते हैं कि बचपन से ही वह मिलनसार स्वभाव के साथ-साथ मृदुभाषी रही है. मुरलीगंज की जनता के लिए यह गौरव की बात है कि यहां की बेटी दक्षिण दिल्ली के महापौर के पद पर आसीन है. अनामिका सिंह के पति मिथिलेश सिंह दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. वर्तमान में अनामिका सिंह हरि नगर वार्ड संख्या 975 से पार्षद के रूप में चुनकर दक्षिण दिल्ली के निर्विरोध महापौर चुनी गयी है.
अनामिका ने साबित किया कि बेटी किसी से कम नहीं
अनामिका सिंह के भाई दीपक सिंह ने कहा कि जनता की सेवा को अनामिका अपना धर्म समझती है और उसे बड़ी लगन के साथ अपने कार्य क्षेत्र में काम करने में आनंद आता है. अनामिका सिंह के मुरलीगंज स्थित पैतृक निवास पर उनके माता-पिता एवं भाई को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. केपी महाविद्यालय कि सेवानिवृत्त प्रो नागेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि इससे पहले भी वह सर्वप्रथम पार्षद के चुनाव में 2018 में चुनी गयी थी. कम उम्र में इस शहर की बेटी ने देश की राजधानी दिल्ली में अपनी राजनीतिक प्रतिभा से महापौर के पद पर आसीन हो कर यह साबित कर दिया कि आज बेटी किसी से कम नहीं है.