ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्कूल सिंहेश्वर में विज्ञान प्रदर्शनी सह आर्ट एंड क्रॉफ्ट मेला का विवि के कुलपति ने किया उद्घाटन
शिक्षकों के कंधे पर ही उसे सुशिक्षित बनाने का काम करना होता है.
विज्ञान,आर्ट व क्राफ्ट प्रदर्शनी के जरिये स्कूली बच्चे ने अपनी वैज्ञानिक प्रतिभा को किया प्रदर्शित – सिंहेश्वर, मधेपुरा. बच्चों के मस्तिष्क को स्वाभाविक तौर पर विकसित होने देना बेहद जरूरी है. इसके लिए आवश्यक है कि उन्हें मोबाइल से रेडीमेड सोल्यूशन लेने से रोका जाना चाहिये. टीवी पर डिस्कवरी जैसे चैनल तक ही सीमित किया जाना चाहिए. उन्हें स्वाभाविक रूप से सवालों से जूझने देना चाहिए और जवाब ढूंढने का मौका दिया जाना चाहिए. ये स्कूल एवं अभिभावक का कर्तव्य है. भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो विमलेंदु शेखर झा रविवार को ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्कूल में आयोजित साइंस एंड क्राफ्ट एग्जिबिशन का शुभारंभ करने के बाद छात्र और छात्राओं को संबोधित कर रहे थे. कुलपति ने स्कूल प्रबंधन के प्रति आभार व्यक्त किया कि इन बाल वैज्ञानिकों की प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए सरस्वती पूजा जैसा सही समय चुना. कुलपति ने कहा सीखने और सिखाने की कोई उम्र सीमा नहीं होती है. उन्होंने कहां बच्चे की प्रथम पाठशाला भले ही घर आंगन रहा हो, लेकिन उसे जिंदगी जीने की कला शिक्षकों के द्वारा ही सिखाई जाती है. शिक्षकों के कंधे पर ही उसे सुशिक्षित बनाने का काम करना होता है. जिससे सभ्य समाज का निर्माण और राष्ट्र का निर्माण होता है. उन्होंने कहा कि युवा वैज्ञानिकों ने प्राकृतिक ऊर्जा को संरक्षित करने, जीवाश्म ईंधन का समाधान खोजने जैसे ज्वलंत मुद्दे पर काम किया है. इससे पारिस्थितिकी तंत्र की जल, मिट्टी और वायु का प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और ग्लोबल वार्मिंग को कम किया जा सकेगा. वास्तव में हमारे बच्चों में विशेष रूप से विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत कुछ करने की बहुत क्षमता है. सभी मुख्य अतिथि सहित विशिष्ट अतिथियों ने विज्ञान प्रदर्शनी के प्रोजेक्टों का अवलोकन किया और बच्चों के आइडिया और प्रेजेंटेशन की सराहना की. अंत में उन्होंने स्कूल के छात्रों की प्रगति के दृष्टिकोण के लिए प्रबंधन की सराहना की. अंत में कुलपति में कहा मधेपुरा जैसे पिछड़े क्षेत्र में देश के शहरों की तरह ग्रीनफील्ड इंटरनेशल स्कूल सिंहेश्वर का होना सौभाग्य की बात है. – बाल वैज्ञानिक व छात्र- छात्राओं का कुलपति ने किया हौसला अफजाई – इससे पूर्व ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल स्कूल में विज्ञान प्रदर्शनी व आर्ट एंड क्रॉफ्ट मेला का उद्घाटन बीएन मंडल विवि के कुलपति प्रोफेसर बी एस झा, विवि के प्रोफेसर डॉ नरेंद्र श्रीवास्तव, जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज के प्रिंसीपल प्रो डॉ दिनेश कुमार व डॉ अंजनी कुमार सम्मिलित रूप से किया. इस दौरान सभी ने बाल वैज्ञानिक व बहुमुखी प्रतिभा के धनी छात्र और छात्राओं की हौसला अफजाई की. -साइंस एग्जीबिशन से बच्चों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मिलता है अवसर- विद्यालय के निदेशक रुपेश कुमार रूपक, कुंदन कुमार एवं कन्हैया अग्रवाल ने कहा कि साइंस एग्जीबिशन के आयोजन से बच्चों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलता है. प्रदर्शनी के सहारे बच्चों का बौद्धिक विकास होता है. उनलोगों के अंदर प्रतियोगी सोच का विकास होता है. वहीं प्रोजेक्ट निर्माण से बच्चों की वैज्ञानिक प्रतिभा व सृजन क्षमता बढ़ती है. बच्चों के द्वारा पर्यावरण, मेट्रोपोलिटन सिटी, कृषि व विज्ञान सहित कंप्यूटर से संबंधित मॉडल बनाए थे. बाल वैज्ञानिकों के प्रयास से बेकार पदार्थों से बनाए गए मॉडल भी आकर्षण का केंद्र बना रहा. – विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के बीच अंतर समझने की जरूरत – विवि जंतु विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो डॉ नरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि हमारा क्षेत्र भूकंप संभावित क्षेत्र है. इसलिए हमारे युवा वैज्ञानिक को इस प्राकृतिक आपदा का स्थायी समाधान खोजना चाहिए. उन्होंने कहा कि विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के बीच अंतर समझने की जरूरत है. एक बार जब हमारे छात्र इन दोनों के बीच अंतर समझ जाएंगे तो निश्चित रूप से वे अनुसंधान और नवाचार के क्षेत्र में अद्भुत काम करेंगे. इस प्रदर्शनी को देख कर मुझे हार्दिक प्रसन्नता हुई है. इसके लिए स्कूल प्रबंधन बधाई का पात्र है. आने वाला समय रोबोटिक्स और ए आई का है. इस दिशा में ज्यादा काम होना चाहिए. समारोह में युवा वैज्ञानिक आनंद विजय को मधेपुरा के बच्चों में साइंस और रोबोटिक्स के प्रति अभिरुचि जागृत करने के लिए सम्मानित किया गया.
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