पौष पूर्णिमा के मेले में हजारों श्रद्धालुओं ने नदी में लगायी श्रद्धा की डुबकी

नगर पंचायत के रमाणी टोला के पश्चिम दिशा में कोशी नदी के तट पर पौष पुर्णिमा के अवसर पर भव्य मेला का आयोजन किया गया

By Prabhat Khabar News Desk | January 14, 2025 12:00 PM

सिंहेश्वर.

नगर पंचायत के रमाणी टोला के पश्चिम दिशा में कोशी नदी के तट पर पौष पुर्णिमा के अवसर पर भव्य मेला का आयोजन किया गया. इस मेले का आयोजन सार्वजनिक पौष पूर्णिमा मेला समिति रमानी टोला सिंहेश्वर के द्वारा किया गया. मेले में पहुंचने वाले हजारों महिला व पुरूष श्रद्धालु ठंड होने के बावजुद कोशी नदी में डुबकी लगाई. जबकि डुबकी लगाने के बाद पास के मंदिर में पूजा- अर्चना भी की. आलम ऐसा था कि ठंड होने के बावजुद श्रद्धालुओं का घाट पर दिन भर आना- जाना लगा रहा. पूजा- अर्चना करने के बाद श्रद्धालु दही- चुड़ा खाने से नही चुके. वहीं मेले में विभिन्न प्रकार की दुकानें भी लगायी गयी थीं. सार्वजनिक पौष पूर्णिमा मेला समिति के अध्यक्ष चंदन रमाणी ने जानकारी देते हुये बताया कि हर वर्ष पौष माह के पुर्णिमा के दिन मेले का आयोजन लगभग 105 वर्ष पूर्व से ही किया जाता रहा है. सुबह लगभग तीन बजे से ही श्रद्धालु स्नान व पूजा करने के लिये पहुंचते रहते है. ठंड होने के कारण समिति की ओर से कई जगहों पर अलाव की व्यवस्था कि गई थी. और महिलाओं को वस्त्र बदलने के लिये पंडाल भी लगाया गया था. वहीं यह भी बताया कि श्रद्धालुओं को तट तक पहुंचने के लिये रास्ता को सुलभ भी बनाया गया था. जानकारों ने कोशी पुर्णिमा व कौशिकी स्नान की महत्ता बताते हुये बताया कि श्री कौशिकी देवी गाधिराज ऋषि की पुत्री एवं विश्वामित्र जी के श्वांस से अवतरित हुई थी. श्री कौशिकी देवी का विवाह ऋचीक ऋषि से हुई, मुनियों ने जन कल्याण के लिये कौशिकी देवी का अनुष्ठान किया. कौशिकी देवी साक्षात उपस्थित होकर वर मांगने के लिये बोली. जिसपर मुनियों ने कहा कि देवी अगर आप प्रसन्न है तो कलियुग में मानवों का जीवन अन्न रात एवं अल्पायु होगें कृपा कर मानवों का कल्याण करें. तब कौशिकी देवी ने बोला कि पौषी पूर्णिमा के अरूणोदय काल में जो नर नाड़ी हमकों ध्यान कर स्नान करेगें उनका कल्याण होगा. जिसके बाद देवी अन्तर्ध्यान हो गई. जबकि मेले में आने वाले सभी श्रद्धालुओं की छोटी से छोटी दिक्कतों को ध्यान में रखते हुये मेला समिति के अध्यक्ष सहित सचिव सनोज रमाणी, कोषाध्यक्ष मुकेश कुमार शक्ति, सचिव सनोज कुमार रमानी, सदस्य राजेश कुमार मुन्ना, विनय रमानी, सचिन रमानी, मुकेश रमानी, मिथिलेश रमानी, मनोज राम भास्कर, सुरेश रमानी, मनोज रमानी, गणेश, नीतीश, सुभाष, इंद्रजीत, करकु, मुकेश, प्रकाश, बिंदेश्वरी, फागू, बीरेंद्र, एवं सभी रमानी समाज डटे रहे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version