चौसा. प्रखंड अंतर्गत उच्च माध्यमिक विद्यालय फुलौत पूर्वी में टोला सेवक ने एक अनोखी घटना को अंजाम दे दिया. विद्यालय के तीन शिक्षकों ने प्रभारी प्रधानाध्यापक सहित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी चौसा एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना मधेपुरा को दिए आवेदन में टोला सेवक रतन कुमार रजक पर आरोप लगाया है कि उसने बीते 20 मार्च को विद्यालय निरीक्षण के क्रम में दुर्भावना से ग्रस्त होकर जान बूझकर इन तीनों शिक्षकों से निरीक्षण प्रपत्र पर हस्ताक्षर नहीं कराया और बाद में इस रिपोर्ट में कुल उपस्थित शिक्षकों की संख्या नौ को काटकर छह कर दिया. विद्यालय के 11वीं कक्षा में प्रायोगिक कक्षा का संचालन कर रहे शुभेश विद्यार्थी, कृष्ण कुमार, संतोष कुमार सुमन को बिना सूचना अनुपस्थित दर्शा दिया. जिस कारण इन तीनों शिक्षकों के मार्च में एक दिन का वेतन काट दिया गया है. इन तीनों ने कटे हुए वेतन निर्गत करने के साथ ऐसे विद्यालय निरीक्षकों के ऊपर विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है, ताकि ऐसे कृत्य की पुनरावृत्ति न हो व बिना बात के शिक्षकों को परेशान करने की मानसिकता पर रोक लग सके. आवेदकों ने बताया है कि इसमें विद्यालय प्रभारी की मिलीभगत हो सकती है. क्योंकि निरीक्षण रिपोर्ट में प्रभारी प्रधानाध्यापक के हस्ताक्षर के बाद ऐसा कैसे किया जा सकता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है