चौसा. आलगान के पूर्व सरपंच सह राजद नेता निवास चंद्र यादव उर्फ मुन्ना यादव हत्याकांड मामले में पुलिस को कामयाबी मिली है. मधेपुरा, भागलपुर, खगड़िया जिले के मोस्टवांटेड अपराधी बजरंगी सिंह को हथियार के साथ गिरफ्तार किया. बजरंगी चौसा थाना क्षेत्र बाबा विशु राउत मंदिर जाने वाली मार्ग के खोपरिया मोड़ के समीप एक ईंट भट्ठा के पास किसी अपराधिक घटना को अंजाम देने की मंसूबा बना रहा था. पुलिस को इसकी सूचना मिली तथा पुलिस टीम पहुंचकर इसको अपनी गिरफ्त में ले लिया.
चौसा थाना परिसर में आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान डीएसपी सीपी यादव ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर चौसा थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर जयप्रकाश चौधरी समेत अन्य कर्मियों की टीम गठित कर शातिर अपराधी बजरंगी सिंह को दो पिस्टल, आठ कारतूस व एक विंडोलिया के साथ गिरफ्तार किया गया है. हत्या के कारणों के बारे में पूछे जाने पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि मुन्ना यादव की हत्या एक साजिश के तहत की गयी है. इस हत्या में बजरंगी भी शामिल था. जिस पर चौसा थाना में लूट, डकैती, फिरौती, हत्या के 11 मामले दर्ज है. जो वर्षों से फरार चल रहा था. पुलिस को लंबे समय से इसकी तलाश थी. मुन्ना यादव हत्याकांड चौसा पुलिस के एक चुनौती है और इसको पुलिस ने आड़े हाथ लिया है. इसमें संलिप्त सभी आरोपी को जल्द सलाखों के पीछे किया जायेगा.
चौसा पुलिस ने हत्या के 48 घंटे के अंदर ही तीन आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. शेष अपराधी भी पुलिस के रडार पर हैं. उन्होंने बताया कि पूर्व सरपंच सह राजद नेता मुन्ना यादव हत्याकांड मामले में बजरंगी मोस्ट वांटेड अपराधी है. जिसकी तलाश पुलिस को थी. पुलिस ने अपना जाल बिछाया और बजरंगी को फंसा लिया. इस कार्य के लिए चौसा पुलिस बधाई के पात्र हैं. बजरंगी की गिरफ्तारी से जहां चौसा पुलिस ने राहत की सांस ली है. प्रेसवार्ता के दौरान इंस्पेक्टर प्रेमकुमार यादव, थानाध्यक्ष जयप्रकाश चौधरी, एसआइ बलराम सिंह, श्याम चन्द्र झा, एएसआइ उमेश कुमार, आलोक कुमार अमल, कमांडो रवि कुमार, सूरज कुमार, मयंक कुमार, सोनू कुमार, मृत्युंजय कुमार, राजेश पासवान आदि मौजूद थे.