प्रतिनिधि, उदाकिशुनगंज
उदाकिशुनगंज नगर परिषद में वाहनों से अवैध टैक्स वसूली के मामले में जिला प्रशासन की चुप्पी से लोगों में आक्रोश व्याप्त है. मामले में अब तक कार्रवाई नहीं होने से विरोध का स्वर तेज होता जा रहा है. इस मामले में कार्रवाई को लेकर जिला प्रशासन से लोगों का मोह भंग हो गया है. समाजिक कार्यकर्ता नीतीश राणा की शिकायत के बाद अब सबकी निगाहें पटना पर टिकी हुई है. समाजिक कार्यकर्ता नीतीश ने बिहार के मुख्यमंत्री व नगर आवास और विकास विभाग के प्रधान सचिव सहित डीजीपी, आइजी, डीआइजी व अन्य को ईमेल के माध्यम से शिकायत आवेदन भेजा. इसमें अवैध टैक्स वसूली मामले में कार्रवाई की मांग की गयी है.
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ज्ञात हो कि 29 अगस्त 2024 को एसपी संदीप सिंह का वाहन वसूली के दौरान उदाकिशुनगंज के कालेज चौक के समीप जाम फंस गया. जाम की वजह वसूली करने का मामला सामने आया. कुछ बिंदुओं पर एसपी को शक हुआ. उसने उदाकिशुनगंज पुलिस ने मामले की जांच करायी. इस मामले में वसूली में शामिल डोहटवारी मुहल्ले के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया. बाद में नप के कार्यपालक पदाधिकारी का लिखित पत्र मिलने के बाद पकड़ में आये व्यक्ति को छोड़ दिया गया.
गौरतलब है कि एसपी के इस कार्रवाई से संवेदकों व कर्मियों में भय है. इसके बाद 30 अगस्त से नगर परिषद में वसूली बंद करा दिया गया.मामले में पहले ही दिन नप के कार्यपालक पदाधिकारी डीएम और एसडीओ के माथे पर ठिकरा फोड़ चुके हैं. उनका कहना था कि इस मामले में एसडीओ व डीएम ही जबाव दे सकते हैं. एसडीएम एसजेड हसन का कहना है नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने बंदोबस्त होने की बात बताया है. वसूली में कहीं गड़बड़ी नहीं है. आखिर वसूली कैसे बंद कर दी गयी. इस पर एसडीएम ने कहा कि यह नगर परिषद का मामला, वहीं से खुलासा हो सकता है.परत दर परत उठ रहा पर्दा
एसपी के पकड़ में मामला सामने आने पर न केवल नप में हलचल मची. बल्कि प्रशासनिक अधिकारी भी हरकत में आया. पकड़ वाले दिन ही यानी 29 अगस्त को ही एसडीएम एसजेड हसन ने एक पत्र जारी कर नप के कार्यपालक पदाधिकारी से जबाव-तलब किया. उसमें कई बिंदुओं पर जबाव मांगा गया. कार्यपालक पदाधिकारी को जारी पत्र में एसडीएम ने कहा है कि 29 अगस्त 2024 को पुलिस अधीक्षक के द्वारा कॉलेज चौक उदाकिशुनगंज पर कतिपय लड़कों के द्वारा कमर्शियल वाहन से टोल टैक्स वसूली करते हुए पकड़ा गया. इस संबंध में वर्ष 2024 – 25 के लिए टोल टैक्स वसूली के लिए किनके साथ बंदोबस्ती की गयी है. टोल टैक्स वसूली के लिए कौन-कौन स्थान चिन्हित किया गया है. टोल टैक्स वसूल स्थल पर वसूल की जाने वाली टैक्स की राशि से संबंधित दर तालिका नहीं पाया गया, जबकि टोल टैक्स स्थल पर दर तालिका रहना नितांत आवश्यक है. टोल टैक्स वसूली स्थल पर वेंडर द्वारा प्रतिनियुक्त व्यक्ति के पास उनका आई कार्ड नगर परिषद के माध्यम से निर्गत कराकर रहना आवश्यक था, जो टैक्स वसूल करने वाले व्यक्ति के पास नहीं पाया गया. इन सभी बिंदुओं पर एसडीएम ने कार्यपालक पदाधिकारी से 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा. यद्यपि जबाव की स्थिति का खुलासा नहीं हो पाया है.दो जगहों के लिए हुआ था बंदोबस्त
नगर परिषद क्षेत्र के फुलौत चौक व आंबेडकर कला भवन के सामने के लिए छोटी वाहन यथा ई रिक्शा, टेंपों व अन्य सवारी वाहन के लिए बंदोबस्त होना बताया गया, लेकिन नगर परिषद के चार जगहों पर वसूली की जा रही थी. थाना चौक से आगे, कालेज चौक, सरयुग चौक से आगे, रामबाग रहटा के समीप वसूली की जा रही थी. इसमें संवेदक ने की लोगों को शामिल कर रखा था. बंदोबस्त के बाद संवेदक को परवाना नंबर नहीं मिला. इसके लिए कार्यादेश भी जारी नहीं किया गया. बावजूद कि वसूली शुरू कर दी गयी, जबकि वसूल की जाने वाले रसीद पर परवाना नंबर, संवेदक का नाम उनका मोबाइल नंबर अंकित होना चाहिए. संवेदक द्वारा वसूली कर्ता को आइडी कार्ड उपलब्ध कराना चाहिए था, जो नहीं किया.
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