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पति की आयु लंबी के लिए महिलाओं ने की वट सावित्री की पूजा

पति की आयु लंबी के लिए महिलाओं ने की वट सावित्री की पूजा

By Prabhat Khabar News Desk | June 6, 2024 10:12 PM

सिंहेश्वर. प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार को ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या के अवसर पर महिलाएं वट सावित्री की पूजा अर्चना की. सुहागन स्त्रियां वट सावित्री व्रत के दिन सोलह शृंगार करके सिंदूर, रोली, फूल, अक्षत, चना, फल और मिठाई से पूजा की. शास्त्रों के अनुसार इस दिन व्रत रखकर वट वृक्ष के नीचे सावित्री, सत्यवान और यमराज की पूजा करने से पति की आयु लंबी होती है. महिलाएं प्राचीन काल से चली आ रही इस परंपरा के अनुसार अपने पति के दीर्घजीवी होने के लिए बरगद के पेड़ की पूजा और व्रत करती है. पंडित ने बताया कि इसी दिन सावित्री ने यमराज के फंदे से अपने पति सत्यवान के प्राणों की रक्षा की थी. मूलत: यह व्रत-पूजन सौभाग्यवती स्त्रियों का है. इस दिन वट (बड़, बरगद) का पूजन होता है. इस व्रत को स्त्रियां अखंड सौभाग्यवती रहने की मंगलकामना से करती है. वट वृक्ष की जड़ों में ब्रह्मा जी, तने में विष्णु और डालियों व पत्तों में शिव का वास है. इसके नीचे बैठकर पूजन, व्रत कथा कहने और सुनने से मनोकामना पूरी होती है. पूजा से अखंड सौभाग्य के फल की होती है प्राप्ति नयानगर. उदाकिशुनगंज प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत शाहजादपुर, नयानगर व खारा-बुधमा पंचायत की सुहागिन महिलाओं ने पति के लंबी उम्र की कामना के लिए वट वृक्ष की पूजा की. सुहागिन महिलाओं ने बरगद वृक्ष की परिक्रमा करते हुए धागों से बांधते हुए पति के लंबी आयु की कामना की. व्रत से वैवाहिक जीवन में आने वाले सभी कष्ट होंगे दूर ग्वालपाड़ा . पति के दीर्घायु की कामना के लिए सुहागिन महिलाओं ने गुरुवार को वट सावित्री की पूजा की. पौराणिक मान्यता के अनुसार बरगद के वृक्ष की आयु सबसे लंबी होने के कारण सुहागिन महिलाएं उपवास रखकर पति की लंबी आयु के लिए वट वृक्ष की पूजा करतीं है. महिलाओं के चेहरे पर दिखी खुशी चौसा/फुलौत. प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार को सुहागिन महिलाओं ने वट वृक्ष की पूजा की. पंडित ने बताया कि वट सावित्री पूजा महिलाएं वट वृक्ष के नीचे पूजा सामग्री के साथ पूजा करती हैं. वट वृक्ष का 108 बार परिक्रमा कर धागा बांधते हैं एवं पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं. वट वृक्ष के नीचे वट सावित्री की पूजा कर फेरी लगाए हैं. सुहागिनों ने विधि-विधान के साथ की वट सावित्री की पूजा कुमारखंड. प्रत्येक वर्ष ज्येष्ठ मास के अमावस्या तिथि को मनाया जाने वाला वट सावित्री पर्व के अवसर पर सुहागिनों ने अपने पति के दीर्घायु व अच्छे स्वास्थ्य की कामना के साथ गुरुवार को मनाया. इस अवसर प्रखंड के रामनगर महेश, कुमारखंड, रहटा, रानीपट्टी, बेलारी, भतनी समेत अन्य गांव में पारंपरिक शृंगार के साथ सुहागिन महिलाओं ने बांस की बनी डलिया में पूजन सामग्री लेकर वट सावित्री पूजन अनुष्ठान विधि विधान के साथ की. प्रखंड के प्रसिद्ध काली मंदिर रामनगर महेश समेत, प्रखंड कार्यालय परिसर, बेलारी, भतनी मार्ग स्थित टिकुलिया, रहटा, गढ़िया, परसाही, परमानंदपुर, सुखासन के अलावा ग्रामीण इलाकों में वट वृक्ष के नीचे सुहागिन महिलाओं ने वट सावित्री पूजन हर्षोल्लास के साथ की गयी है. वट सावित्री पूजन के संबंध में मिथिलांचल व्रत त्योहार की जानकार शंकर शर्मा ने बताया कि आज ही के दिन सावित्री ने बरगद पेड़ के नीचे अपने पति सत्यवान के प्राण यमराज को शास्त्रगत सवालों से प्रसन्न कर वापस प्राप्त की थी. इसी मान्यता के मुताबिक अपने सुहाग की रक्षा व पति की लंबी उम्र की कामना को लेकर सुहागिन वट सावित्री का पूजन और व्रत करती है.

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