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विश्व डॉक्टर्स डे आज. डॉक्टर से मरीजों का फरिश्ते का होता है रिश्ता

डॉक्टर से मरीजों का फरिश्ते का होता है रिश्ता

By Prabhat Khabar News Desk | June 30, 2024 8:36 PM

-डॉक्टर्स के प्रति सम्मान प्रकट करने का होता है यह दिन- प्रतिनिधि, मधेपुरा देश के सभी डॉक्टर्स के योगदान को ध्यान में रखते हुए साल एक जुलाई को ””””””””नेशनल डॉक्टर्स डे”””””””” मनाया जाता है. एक मरीज के लिए उसका डॉक्टर किसी फरिश्ता से कम नहीं होता है. विश्व महामारी कोरोना काल ने यह साबित कर दिया कि हमारे समाज में डॉक्टर किसी वॉरियर से कम नहीं है. यह सिर्फ एक पेशा नहीं, बल्कि एक इंसान की लाइफ लाइन हैं. भारत में हर साल एक जुलाई को डॉ बिधान चंद्र रॉय की याद में ””””””””नेशनल डॉक्टर्स डे”””””””” के रूप में मनाया जाता है. देश में डॉक्टर्स डे पहली बार साल 1991 में मनाया गया था. -फोटो-मधेपुरा 51- डॉ असीम प्रकाश- … डॉ असीम प्रकाश ने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता मरीजों का सही इलाज कर उन्हें स्वस्थ रखने का है. डॉक्टर की सफलता भी इन्हीं कर्तव्यों में होती है. -फोटो-मधेपुरा 52- डॉ नेहा प्रकाश- … डाॅ नेहा प्रकाश ने कहा कि मरीज और उनके परिजनों में आस होती है कि वह डॉक्टर के पास से पूरी तरह स्वस्थ होकर जायेंगे. डॉक्टर का भी यही प्रयास रहता है कि वे उनके आस पर खरे उतरें. -फोटो-मधेपुरा 53- डॉ बिपुल गुप्ता- … डाॅ बिपुल गुप्ता ने कहा कि डॉक्टर अपने मरीज को देखभाल करना पहली प्राथमिकता समझते हैं, क्योंकि उनके पास आए मरीज डॉक्टर को भगवान का रूप मानते हैं. डॉक्टर भी मरीज को अपना सर्वोत्तम सेवा देते हैं. -फोटो-मधेपुरा 54- डॉ संतोष प्रकाश- … डाॅ संतोष प्रकाश कहते हैं कि हम डॉक्टरों को भी अपनी जिम्मेदारी पूरी निष्ठापूर्वक निभानी चाहिए, ताकि लोगों की बदलती सोंच में बदलाव आये. -फोटो-मधेपुरा 55- डॉ अभिषेक- … डाॅ अभिषेक कहते हैं कि यह दिन चिकित्सकों के प्रति उन अहम योगदान के लिए अपना आभार व्यक्त करने का अवसर देता है, जो वे अपने रोगियों, समुदाय और पूरे समाज के लिए करते हैं. -फोटो-मधेपुरा 56- डॉ नवीन कुमार- … डॉ नवीन कुमार कहते हैं कि डॉक्टर समाज में सिर्फ सम्माननीय ही नहीं, बल्कि पूजनीय भी होता है. लिहाजा डॉक्टर को भी मरीजों के इलाज के प्रति समर्पित होना चाहिए. -फोटो-मधेपुरा 57- डॉ हर्ष सिंधु- … डॉ हर्ष सिंधु कहते हैं कि कोई मरीज किसी डॉक्टर के पास इलाज के लिए आता है तो, उसकी आंखों में एक अलग विश्वास होता है. हर डॉक्टर को उस विश्वास की लाज रखनी चाहिए और अपने ज्ञान का उपयोग कर उसमें और भी विश्वास भर देना चाहिए.

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