गायत्री महायज्ञ में शामिल होने मात्र से जीव का होता है लौकिक व आध्यात्मिक विकास

गायत्री महायज्ञ में शामिल होने मात्र से जीव का होता है लौकिक व आध्यात्मिक विकास

By Prabhat Khabar News Desk | February 14, 2025 6:46 PM

आलमनगर . राष्ट्र जागरण नारी सशक्तिकरण 24 कुंडलिया गायत्री महायज्ञ विशेष देव पूजन के साथ संपन्न किया गया. शांतिकुंज हरिद्वार उत्तराखंड से पंडित सुरेंद्रनाथ वर्मा के सानिध्य में प्रखंड क्षेत्र के तुलसीयाही आयोजित गायत्री महायज्ञ में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. वहीं श्रद्धालु पंडित सुरेंद्रनाथ वर्मा के दर्शन पाने के लिए लालायित थे. जैसे ही पंडित जी यज्ञ स्थल पर पहुंचे वैसे ही पहले से पलक बिछाये लोग पंडित सुरेंद्रनाथ वर्मा की जयकारे लगाते रहे. पंडित ने भक्तों के उमड़े हुए जनसैलाब को आशीर्वचन देते हुए कहा कि गायत्री महायज्ञ जनकल्याण के उद्देश्य से किया जा रहा है. इस महायज्ञ में लोगों को तन मन धन से लगना चाहिए, जो जीव तन मन धन से महायज्ञ में भाग लेता है उसका निश्चित ही कल्याण होता है. उसके सारे योगक्षेम का निर्वहन भगवान करते हैं. वहीं पंडित ने कहा कि महायज्ञ से तन मन और धन का शुद्धिकरण होता है. इसमें शामिल होने से जीव का लौकिक और आध्यात्मिक विकास होता है. पंडित ने वेद मंत्रों से हवनकुंड में यजमान मुकेश कुमार सिंह व उनके धर्मपत्नी अरुणा सिन्हा के द्वारा पांच हजार वेद मित्रों के साथ आहूति दिलायी, जिसमें पंडित और उनके सहयोगी मधेपुरा के भवेशानंद जी व जिला संयोजक रोशन कुमार, आलमनगर प्रखंड संयोजक रणविजय साह एवं ग्वालपाड़ा से सुनील कुमार, अरुण राणा, रामचंद्र सिंह आदि सदस्यों की भागीदारी थी. वही इस यज्ञ में वेद स्थापना के रूप में सब साहित्य का स्थापना कराई गई. जबकि संध्याकाल में कार्यकर्ता गोष्टी एवं प्रज्ञा पुराण कथा के लिए स्थानीय ग्रामीणों को आमंत्रित किया गया है. इसके बाद पंडित के द्वारा श्रद्धालुओं को गायत्री कथा का रसपान कराया गया. उन्होंने लोगों को अपने जीवन में अच्छे आचरण अपनाने की सलाह दी. साथ ही साथ लोगों को पाश्चात्य संस्कृति से दूर रहने की सलाह दी गयी. वही हवन संपन्न होने के उपरांत हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया.

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