Byबिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी के महमदपुर में बीते 29 मार्च को हुए हत्याकांड में 139 बटालियन बीएसएफ रामगढ़ (मुख्यालय) के जैसलमेर राजस्थान में पदस्थापित एएसआई राणा प्रताप सिंह की हत्या की विभागीय जांच होगी. इस संबंध में बीएसएफ रामगढ़ के कमांडेंट ने पुलिस अधीक्षक को पत्र लिखा है. जिसके बाद इस मामले में डीएम अमित कुमार ने भी पुलिस अधीक्षक डॉक्टर सत्य प्रकाश को पत्र लिखा है.
पत्र में बताया गया है कि बीएसएफ के अधिकारी राणा प्रताप सिंह 23 मार्च से 9 अप्रैल तक आकस्मिक अवकाश में घर आए थे. जहां उनके घर पर 29 मार्च को उनकी हत्या कर दी गई. इस घटना की जांच विभागीय स्तर से करने के लिए 139 बटालियन बीएसएफ मुख्यालय रामगढ़ के सहायक कमांडेंट प्रमोद कुमार आ रहे हैं. जिन्हें जांच के क्रम में अपेक्षित सहयोग प्रदान करने का अनुरोध किया गया है.
बीएसएफ मुख्यालय रामगढ़ से जांच कर्ता प्रश्नगत घटना की जांच के लिए घटनास्थल पर जाएंगे. सहायक कमांडेंट प्रमोद कुमार को अपेक्षित सहयोग प्रदान करने एवं अपने अधिनस्थ पदाधिकारियों को भी इस संबंध में जानकारी देने की बात डीएम ने अपने पत्र में कहा है. यहां बता दें कि महमदपुर में 29 मार्च को वर्चस्व की लड़ाई में विवाद हुआ था. जिसमें गोली फायिरंग हो गयी थी. और पांच लोगों की हत्या हो गयी थी.
समस्तीपुर जिला के मोहिउद्दीननगर विधानसभा के भाजपा विधायक राजेश कुमार सिंह सोमवार को महमदपुर गांव पहुंचे. विधायक ने बारी-बारी से सभी पीड़ित परिवार से मिलकर सांत्वना दी. विधायक ने कहा कि अपराधियों की कोई जाति नहीं होती. हत्याकांड में जातिवाद कहीं से भी उचित नहीं है. मामले में जो भी दोषी है उन्हें फांसी की सजा मिलनी चाहिये.
इस हत्याकांड में एक नेता पर भी आरोप लग रहे हैं. अगर आरोप लगाया जा रहा है तो जांच होनी चाहिये. उन्होंने कहा कि मामले में पुलिस कारवाई कर रही है. मुख्य आरोपित सहित 20 लोग अब तक गिरफ्तार हो चुके हैं. जो आरोपी फरार हैं उन्हें शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा.
Posted By: Utpal Kant