मधुबनी के DPO मुजफ्फरपुर से गायब, पत्नी ने दर्ज कराया अपहरण का मामला, जांच में जुटी पुलिस
शिक्षा विभाग के एक अधिकारी रहस्यमय ढंग से गायब हो गये हैं. मधुबनी में पोस्टेड शिक्षा विभाग के डीपीओ राजेश कुमार मिश्रा मुजफ्फरपुर के अहियापुर से रहस्यमय ढंग से गायब हो गये. परिजनों ने उनके अपहरण की आशंका व्यक्त की है.
मुजफ्फरपुर. शिक्षा विभाग के एक अधिकारी रहस्यमय ढंग से गायब हो गये हैं. मधुबनी में पोस्टेड शिक्षा विभाग के डीपीओ राजेश कुमार मिश्रा मुजफ्फरपुर के अहियापुर से रहस्यमय ढंग से गायब हो गये. परिजनों ने उनके अपहरण की आशंका व्यक्त की है. इस संबंध में मुजफ्फरपुर के अहियापुर थाने में एक मामला दर्ज किया गया है. राजेश कुमार की पत्नी ने थाने में दर्ज अपनी प्राथमिकी में अपने पति के अपहरण की आशंका व्यक्त की है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पैदल ही घर से निकले थे
घटना के संबंध में बताया जाता है कि राजेश कुमार मिश्रा घर से पैदल ही निकले थे, लेकिन जब देर रात तक अहियापुर थाना इलाके के आयाची ग्राम मोहल्ला स्थित अपने आवास पर नहीं पहुंचे तो उनके मोबाइल पर कॉल किया गया. एक बार रिंग हुआ, लेकिन उसके बाद उनका मोबाइल स्वीच ऑफ आने लगा. काफी खोजबीन की गयी, लेकिन उनका कोई अता-पता नहीं चल पाया. उनके परिजनों और करीबियों ने दावा किया है कि उनका किसी से कोई विवाद नहीं था. मानसिक रूप से भी वो परेशान नहीं थे.
सीसीटीवी कैमरे से हो रही छानबीन
उनकी पत्नी अर्चना कुमारी ने सोमवार को अपहरण की आशंका जताते हुए अहियापुर थाने में शिकायत दर्ज करायी है. इसके बाद अब पुलिस DPO के मोबाइल कॉल डिटेल्स और सीसीटीवी कैमरे से छानबीन कर रही है. गायब डीपीओ दरभंगा जिले के लहेरियासराय के मूल निवासी हैं. आयाची ग्राम मोहल्ला में जमीन लेकर मकान बनाया है और पत्नी व बच्चे के साथ मुजफ्फरपुर में रहते हैं. उनकी तलाश की जा रही है.
आखिरी बार डीपीओ बीबीगंज इलाके में दिखे
इधर, इस घटना को लेकर नगर डीएसपी राघव दयाल ने बताया कि जांच में पता चला कि डीपीओ का एक मोबाइल उनके आवास के गेट पर बंद हुआ और दूसरा मोबाइल बीबीगंज में विकास ट्रेडर्स के पास बंद हुआ. पुलिस की टीम ने अब तक जो सीसीटीवी खंगाला है उसके आधार पर वो आखिरी बार डीपीओ बीबीगंज इलाके में दिखे हैं. पुलिस आगे की पड़ताल कर रही है. अब तक फिरौती के लिए फोन आने की कोई सूचना नहीं है.
मोबाइल पर मिल रही थी धमकी
नगर डीएसपी राघव दयाल ने कहा है कि परिजनों का आरोप है कि उन्हें मोबाइल पर किसी वीडियो को सोशल साइट्स पर वायरल करने की धमकी मिल रही थी. उसके एवज में उनके द्वारा अपने स्टाफ के माध्यम से ऑनलाइन पैसे भी दिए गए थे. पुलिस मामले की जांच कर रही है. ऑनलाइन चीजों को बारीकी से जांच करते हुए अनुसंधान किया जाएगा.