Madhubani Hatyakand: बीते 29 मार्च को होली के दिन मधुबनी में हुए सामूहिक हत्याकांड के बाद से बिहार की सियासत में उबाल आया हुआ है. विरोधी दल के नेता तेजस्वी यादव ने इस मसले पर बिहार सरकार पर कई सवालिया निशान लगाए. बुधवार को इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी सहित 6 गिरफ्तार हुए. अब आज गुरुवार को जदयू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विपक्ष के सारे सवालों के जवाब दिए साथ ही तेजस्वी यादव पर कई गंभीर आरोप भी लगाए.
जदयू नेता संजय सिंह ने कहा कि सरकार पर आरोप लगाने वाले लोग जरा पुराने इतिहास को भी याद कर लें. लालू-राबड़ी के शासनकाल में 118 नरसंहार हुआ उस वक्त अपराध करने के बाद अपराधियों का पनाह स्थल सीएम आवास होता था. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में अपराधी सलाखों के पीछे होते है. नीतीश कुमार के शासन में अपराधी यदि पाताल में भी रहेगा तब उसे निकाला जाएगा. मधुबनी हत्याकांड में भी यही हुआ.
मुख्य आरोपी प्रवीण झा सहित पांच अपराधियों को खोज निकाला गया जो आज सलाखों के पीछे है. जबकि नेता प्रतिपक्ष कह रहे है कि उनसे डर कर पुलिस ने कार्रवाई की है. सच तो ये है कि तेजस्वी यादव परिजनों से मिलने जाते है तो फोटो खिंचवाते है और पटना लौट आते हैं. जदयू नेता ने सवाल किया कि सीवान में शहाबुद्दीन ने जिसका मर्डर किया उनके परिजनों से क्यों नहीं मिले? नवादा में रेप पीड़िता से जाकर क्यों नहीं मिले? जबकि इस मामले में राजद नेता राजवल्लभ यादव को कोर्ट ने सजा भी सुनायी थी.
संजय सिंह ने कहा कि मधुबनी हत्याकांड में पीड़ित परिवार के एक सदस्य संजय सिंह को एससी-एसटी एक्ट में फंसाया गया था. आज उन्हें बेल मिल गया है वही एसएचओ को सस्पेंड किया जा चुका है. पीड़ित परिवार के घर पर डॉक्टर, एम्बुलेंस, दवा और सुरक्षा की व्यवस्था सरकार की ओर से की गयी है.
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए जदयू नेता और पूर्व मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि मधुबनी हत्याकांड 29 मार्च हो हुआ और 3 अप्रैल को तेजस्वी की नींद खुली जिसके बाद तेजस्वी ने ट्वीट कर इस घटना पर दुख जताया. कहा कि इतने दिनों तक तेजस्वी किस राजनीतिक यात्रा पर थे यह जनता को बताएं.
नीरज कुमार ने तेजस्वी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तेजस्वी पीड़ित परिवार से मिलने मधुबनी गये थे तब वे लोगों से माला पहन रहे थे. वो अपने नाम का नारा भी लगवा रहे थे. ऐसी तस्वीर पर उन्हें शर्म आनी चाहिए. पीड़ित परिवार से मिलने के दौरान जयकारा लगवाना बहुत ही शर्मनाक बात है.
Posted By: Utpal Kant