बिहार के मधुबनी में नदी किनारे बरामद हुए सिर कटे शवों की पहचान हो गई है. शव रतौली गांव निवासी माला देवी (25) और आरूषी कुमारी (8) की है. मृतक के भाई ने कपड़े देखकर लाश की पहचान की है. बता दें कि पूरा मामला मधुबनी के फुलपरास की है. पुलिस को नदी के किनारे दो सिर कटा शव मिला था. इस मामले में पुलिस को जांच करते हुए पता चला कि माला देवी ने अपने पहले पति को छोड़कर कुछ दिन पहले ही कोर्ट मैरिज किया था. मगर, अब परिजनों का आरोप है कि उसके प्रेमी ने ही, महिला और उसकी बेटी को मार डाला और शव नदी किनारे फेंक कर फरार हो गया.
फुलपरास थाना क्षेत्र के सुदैई गांव में सुपेन नदी के किनारे स्थानीय लोगों को बुधवार की सुबह एक महिला और एक बच्ची की लाश दिखा. जिसकी सूचना लोगों ने पुलिस को दी. पुलिस ने शवों के शिनाख्त के लिए लोगों से पूछताछ की, लेकिन कोई जानकारी नहीं मिलने पर शवों को पोस्टमॉर्टेम के लिए भेज दिया. रविवार की सुबह मृतका के परिवार वाले सदर अस्पताल पहुंचे और शव की शिनाख्त की. मृतका के भाई मनीष ने दोनों को पहचाना और बताया कि इनमें से एक मेरी मेरी बहन और एक मेरी भांजी हैं.
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मनीष ने बताया कि उसकी बहन माला देवी की शादी 2014 में जरौली गांव निवासी रोहित कामत के साथ हुई थी. हालांकि बाद में पता चला कि रोहित कामत दिमाग से विक्षिप्त है. इसके बाद मेरी बहन उसे छोड़ कर मायके लौट आई और अपनी बेटी के साथ यहीं रहने लगी. हाल ही में उसने गांव के ही एक युवक प्रदीप शाह से दूसरी शादी की थी. करीब दो महीने पहले मां बहुत ज्यादा बीमार थी. इलाज के लिए हमलोग उसे दिल्ली लेकर गए. साथ में बहन भी थी लेकिन कुछ दिन बाद बिना कुछ बताए अपनी बेटी को साथ लेकर कहीं गायब हो गई. बहुत ढूंढने के बाद भी वो नहीं मिली. करीब एक महीने बाद उसने खुद ही मां से फोन कर बताया कि उसने गांव के ही प्रदीप शाह से कोर्ट मैरिज कर लिया है.