पटना. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की ओर से छवि बेहतर करने के साथ राजस्व संग्रह में बेहतर करने वाले राजस्व कर्मचारी से लेकर डीसीएलआर स्तर के अधिकारियों को प्रोत्साहन राशि मिलेगा.
हर साल दाखिल-खारिज, जमाबंदी, लगान वसूली आदि कामों को तय समय में निबटाने वाले कर्मियों व अधिकारियों को 11-11 हजार की राशि दी जायेगी.
विभाग के मंत्री राम सूरत कुमार ने अपने वेतन से यह राशि देने की घोषणा की है. दिसंबर माह में अच्छा काम करने वाले तीन एडिशन कलेक्टर, तीन डीसीएलआर और तीन अंचलाधिकारी को 11-11 हजार का इनाम दिया गया है.
राजस्व व भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह की अध्यक्षता में 18 जनवरी को मगध प्रमंडल के अंचलों की समीक्षा बैठक होगी.
बैठक में बिहार विशेष सर्वेक्षण कार्यों की समीक्षा, ऑनलाइन दाखिल खारिज, परिमार्जन, जमाबंदी सेवाओं की स्थिति, अभियान बसेरा, ऑपरेशन दखल देहानी, जल निकाय अतिक्रमण, भू-लगान वसूली, खासमहाल, निगरानीवाद व कोर्ट में लंबित मामलों की समीक्षा की जायेगी.
विभाग की ओर से जमाबंदी, म्यूटेशन, लगान वसूली, अतिक्रमण हटाने आदि के कार्यों के आधार पर हर माह अंचलों की रैंकिंग जारी की जा रही है.
पिछली बार दूसरे नंबर पर रहा मधुबनी का पंडौल अंचल इस बार दिसंबर माह के अंत में 97.80 अंक के साथ नंबर वन बना है.
वहीं, दूसरे नंबर पर 97.55 अंक के साथ सीतामढ़ी का मेजरगंज अंचल, तीसरे नंबर पर 97.50 अंक के साथ गोपालगंज का थावे अंचल, चौथे नंबर पर 97.25 अंक के साथ कटिहार का बलरामपुर और पांचवें नंबर पर 96.33 अंक के साथ दरभंगा का अलीनगर ने अपना स्थान बनाया है.
म्यूटेशन, जमाबंदी, अतिक्रमण से लेकर विभिन्न मामलों में काम निबटाने की दृष्टि से पटना जिले के किसी भी अंचल की बेहतर स्थिति नहीं रही है. सभी अंचलों की रैंकिंग 100 के पार दर्ज किया गया है.
पटना का बख्तियारपुर अंचल 87.50 अंक के साथ 69 वें स्थान पर, नौबतपुर अंचल 86.60 अंक के साथ 83 वें नंबर पर, बिक्रम अंचल 86.20 अंक के साथ 90 वें स्थान पर, फुलवारीशरीफ अंचल 82.64 अंक के साथ 155 वें स्थान पर रहा है.
इसी प्रकार बाढ़ अंचल 81.23 अंक के साथ 178 वें स्थान पर, संपतचक 79.90 अंक के साथ 206 वें और बिहटा अंचल 79.45 अंक के साथ 212 वें स्थान पर दर्ज किया गया है. वहीं, मधेपुरा जिले का चौसा अंचल सबसे नीचे 39.47 अंक के साथ 534 स्थान पर रहा है.
Posted by Ashish Jha