सम्राट अशोक भवन निर्माण के लिए आवंटित 10 लाख हुआ वापस
सम्राट अशोक भवन निर्माण के लिए मिले 10 लाख का आवंटन वापस हो गया है. मिली जानकारी के अनुसार समय पर काम शुरू नहीं होने के कारण सरकार ने आवंटित राशि वापस ले लिया है.
मधुबनी. सम्राट अशोक भवन निर्माण के लिए मिले 10 लाख का आवंटन वापस हो गया है. मिली जानकारी के अनुसार समय पर काम शुरू नहीं होने के कारण सरकार ने आवंटित राशि वापस ले लिया है. अब सम्राट अशोक भवन निर्माण के लिए राशि का आवंटन लेने में निगम को काफी मशक्कत करनी पड़ेगी. सम्राट अशोक भवन निर्माण के लिए कई वर्ष से निगम जमीन तलाशती रही. बताया जा रहा है कि कई खाली जमीन निगम के पास है. लेकिन निर्माण कार्य शुरू करने के लिए पहल नहीं की गई. 5 माह पूर्व नगर निगम कार्यालय स्थित रेडक्रास भवन के सामने निगम की जमीन पर सम्राट अशोक भवन निर्माण कराने की बात सामने आयी थी. इसके लिए स्थल का भी चयन कर लिया गया था. इससे पहले सम्राट अशोक भवन के निर्माण के लिए दो जगह का चयन भी हुआ था. लेकिन समय पर काम शुरू नहीं होने के कारण सरकार ने आवंटित राशि वापस ले ली.
कई बार डीपीआर में संशोधन
सम्राट अशोक भवन के निर्माण के लिए 1.70 करोड़ का रिवाइज्ड डीपीआर नगर विकास एवं आवास विभाग को भेजा गया था. बताते चलें कि भवन के लिए पूर्व में नगर विकास एवं आवास विभाग को प्रस्ताव भेजा गया था. इसके लिए 1.39 करोड़ की स्वीकृति मिली थी. जिसमें से भवन निर्माण के लिए दस लाख का आवंटन मिला था. भवन निर्माण पर करीब डेढ़ करोड़ के खर्च का अनुमान था. जिसके लिए नगर विकास व आवास विभाग को प्रस्ताव भेजा गया था.
अत्याधुनिक भवन का होना था निर्माण
सम्राट अशोक भवन का निर्माण होने से शहरवासियों को बड़े आयोजन में सुविधा होगी. करीब डेढ़ करोड़ की लागत से भवन में करीब 500 लोगों की क्षमता वाले हॉल के अलावे कमरे का भी निर्माण किया जाना है. भवन परिसर में वाहन पार्किंग की भी सुविधा रहेगी. नगर निगम प्रशासन द्वारा भवन का संचालन किया जाएगा. इसके लिए एक कमेटी बनाई जाएगी. कमेटी भवन की देखभाल करेगी. बता दें कि इससे पूर्व निगम कार्यालय परिसर स्थित सत्येंद्र प्रमोद वन की जमीन पर सम्राट अशोक भवन निर्माण की योजना थी.
क्या कहते हैं डिप्टी मेयर
डिप्टी मेयर अमानुल्लाह खान ने कहा है कि सम्राट अशोक भवन का निर्माण शीघ्र पूरा कराने के लिए पहल की जाएगी. सम्राट अशोक भवन के निर्माण में आने वाली रुकावट को हर हाल में दूर किया जाएगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है