िशवलिंग उखाड़ने पर गुस्सा, गािड़यां फूंकीं
आस्था पर चोट. मधुबनी में बाबूबरही के दो गांवों के बीच िववाद सुलझाने के पुिलसिया तरीके से भड़का आक्रोश बाबूबरही (मधुबनी) : बाबूबरही थाना क्षेत्र के खोजपुर व बेला गांव के बीच िववाद का कारण बने िशवलिंग का मामला अपनी तरह के िनबटाने पहुंची पुिलस को भारी िवरोध का सामना करना पड़ा. मामला बुधवार की […]
आस्था पर चोट. मधुबनी में बाबूबरही के दो गांवों के बीच िववाद सुलझाने के पुिलसिया तरीके से भड़का आक्रोश
बाबूबरही (मधुबनी) : बाबूबरही थाना क्षेत्र के खोजपुर व बेला गांव के बीच िववाद का कारण बने िशवलिंग का मामला अपनी तरह के िनबटाने पहुंची पुिलस को भारी िवरोध का सामना करना पड़ा. मामला बुधवार की रात का है, जब पुिलस अिधकािरयों के साथ बड़ी संख्या में जवान खोजपुर गांव पहुंचे थे, ये लोग िशवलिंग को उखाड़ लेना चाहर रहे थे. इसी बीच शुरू हुये िववाद में एक व्यक्ति की जान चली गयी, जबकि दस से ज्यादा लोग घायल हो गये. मौके पर पहुंचे पुिलस अिधकािरयों को िवरोध की वजह से भागना पड़ा. इसके बाद गुस्साये ग्रामीणों ने जेसीबी समेत पुिलस की पांच गाड़ियों को आग के हवाले कर िदया.
ग्रामीण के गुस्से को देखते हुये लगभग दस घंटे तक पुिलस व प्रशासनिक अिधकारी मौके पर नहीं गये. बाद में डीएम व एसपी की मध्यस्तता के बाद िस्थति में सुधार हुआ और शव को कब्जे में लेकर पुिलस ने पोस्टमार्टम कराया. मौके पर बड़ी संख्या में पुिलस बल तैनात है. ग्रामीणों में आक्रोश है. बुधवार की रात िववाद के दौरान फायरिंग व जमकर पथराव हुआ. बीते पांच अप्रैल को नहर चौक के पास नवका गांव
िशवलिंग उखाड़ने पर…
के एक खेत से िशवलिंग िमला था. िशवलिंग खोजपुर गांव की एक बच्ची को िमला था, िजसके बाद वहां के लोगों ने गांव के मंिदर परिसर में शिवलिंग की स्थापना कर दी और पूजा-अर्चना करने लगे, लेकिन बेला पंचायत के लोगों का कहना था िक शिवलिंग उनके इलाके से िमला है. इस वजह से उस पर उन लोगों का हक है. इसी को लेकर िपछले दो माह से िववाद चल रहा था. बेला पंचायत के ग्रामीण धरना, प्रदर्शन व अनशन के जरिये शिवलिंग को वापस पाना चाह रहे थे. मामला सुलझता नहीं देख पुिलस व प्रशासनिक अिधकािरयों शिवलिंग को जब्त करने की रणनीित बनायी थी. इसी वजह से बुधवार की रात बड़ी संख्या में पुिलस जवानों के साथ अिधकारी खोजपुर गांव के िशव मंदिर पहुंचे थे.
पुिलसवाले अपने साथ जेसीबी लेकर भी आये थे, तािक मंदिर में स्थापित शिवलिंग को उखाड़ा जा सके, लेकिन स्थानीय लोगों को जैसे ही इसके बारे में पता चला, गांव के लोग मंदिर परिसर में जुट गये और पुलिस का विरोध करने लगे. ग्रामीणों के िवरोध के बाद भी पुिलसवाले िशवलिंग को उखाड़ने पर लगे थे. जेसीबी मशीन से िशवलिंग को उखाड़ िदया गया.
ये देख ग्रामीणों ने पुलिस जवानों पर हमला कर दिया. पथराव होने लगे. इस दौरान मांगनदेव साह नाम के व्यक्ति की मौत हो गयी. बताया जाता है िक ग्रामीणों व पुिलस की ओर से फायरिंग भी की गयी, लेिकन पुिलस अिधकािरयों ने फायरिंग की पुिष्ट नहीं की है. इनका कहना है िक ग्रामीणों ने ही गोली चलायी थी. वहीं, मौके से गोली के दो खोखे िमले हैं. अफरा-तफरी के बीच शिवलिंग कौन ले गया. इसका पता नहीं चल सका. पुिलस अिधकारियों का कहना है िक ग्रामीणों ने शिवलिंग को अपने पास रख िलया. वहीं, ग्रामीण कह रहे हैं िक शिवलिंग पुिलसवाले उठा ले गये हैं.
भागने लगे पुिलस अिधकारी .खुद को घिरता देख अधिकारी रात के अंधेरे में पैदल ही भागने लगे. इसी दौरान फुलपरास डीएसपी उमेश्वर चौधरी की गाड़ी को भी लोगों ने आग के हवाले कर दिया. घायल इंद्रनारायण साह व सत्यनारायण साह ने बताया कि बगल में ही एक शादी समारोह था. लाउडस्पीकर से यह एनाउंस कर िदया गया िक पुलिसवाले िशवलिंग को उखाड़ कर अपने साथ ले जा रहे हैं. यह सुन कर ग्रामीण लाठी, ईंट व पत्थर लेकर अपने घरों से िनकल गये.
सब आक्रोिशथ थे. ग्रामीणों ने जेसीबी को घेर लिया व पुलिस पर रोड़ेबाजी शुरू कर दी. बताते हैं िक जेसीबी के तकनीशियन को पत्थर लगा, जिससे वह बेहोश हो गया. इसके बाद लोगों ने पुलिस को खदेड़ना शुरू किया. ग्रामीणों की भारी संख्या को देखते हुए पुलिस जवान व अधिकारी पीछे हट गये. खुद को बचाने के िलए पुलिसवाले अपने वाहन मौके पर ही छोड़ कर भाग गये, जिन्हें लोगों ने आग के हवाले कर िदया. इसी के बाद से ग्रामीण उग्र थे. उनके गुस्से को देखते हुये पुिलस व प्रशासनिक अिधकारी मौके पर जाने की िहम्मत नहीं जुटा पा रहे थे.
खाजेपुर गांव के नहर चौक की घटना, घटना में एक की मौत, पांच पुलिस जवानों समेत दस जख्मी
डीएसपी की गाड़ी सहित पांच वाहन फूंके, कई बाइकों को भी िकया आग के हवाले
आक्रोशित ग्रामीणों ने रात में ही एक जेसीबी मशीन, फुलपरास डीएसपी की गाड़ी सहित पुलिस के पांच वाहनों व कई बाइकों में आग लगा दी. लोगों का आक्रोश देख पुलिस अधिकारी व जवान भाग गये. आसपास के गांवों से महिला, पुरुष व युवक रात में ही मौके पर पहुंच गये. लोगों का कहना था कि पुलिस मांगनदेव को घसीटते हुए ले गयी. इसी दौरान पुलिस की गाड़ी से मांगनदेव को चोट लगी और उनकी मौत हो गयी.
खोजपुर पश्चिमी कोसी नहर किनारे प्राचीन शिवलिंग मिला. जिसे लोगों ने खोजपुर नहर चौक के पास स्थित सोमनाथ महादेव मंदिर में स्थापित कर िदया.
इसकी सूचना पर रामनवमी के मंदिर परिसर में हजारों की संख्या में लोग उमड़ पड़े. शिवलिंग करीब दो फुट लंबा बताया गया. साहित्य संस्थान, पटना के इतिहासकार डॉ शिवकुमार मिश्र ने कहा कि शिवलिंग सेंड पत्थर का है, जो पांचवीं शताब्दी का है. उन्होंने कहा कि इलाके में पालकाल से पूर्व के शिवलिंग मिलते रहे हैं. इधर, शिवलिंग मिलते ही दो गांवों के बीच
पांचवीं सदी का
आपस में विवाद छिड़ गया. बेला पंचायत के लोगों का कहना था कि यह शिवलिंग उनके पंचायत क्षेत्र से मिला है, इस पर उनका अधिकार है. वहीं, खोजपुर के लोगों का कहना था कि शिवलिंग उन्हें मिला है, तो इस पर उनका अधिकार है. इसको लेकर कई बार नवका टोल के लोगों ने मुख्यालय में भी धरना व अनशन किया था, लेकिन विवाद नहीं सुलझ सका था.
शिवलिंग को लेकर विवाद बढ़ रहा था. इसके कारण विवाद को सुलझाने के लिए पुलिस रात में शिवलिंग को अपने कब्जे में करने गयी थी. इससे पहले लोगों ने ही पुलिस पर हमला कर दिया. पुलिस की ओर से किसी प्रकार का विरोध या कार्रवाई नहीं की गयी. स्थिति नियंत्रण में फिलहाल है.
दीपक बरनवाल, एसपी, मधुबनी
शव के साथ दस घंटे तक सड़क पर डटे थे ग्रामीण
लोगों ने मांगनदेव के शव को लेकर मधुबनी-खुटौना पथ को खोजपुर गांव के पास जाम कर दिया. तनाव की स्थित बनी हुई थी. लोगों के आक्रोश को देख अधिकारी सहमे हुये थे. डीएम व एसपी रात की जगह सुबह बाबूबरही थाने पहुंचे. दोनों अिधकारी थाने से ही िस्थति की जानकारी ले रहे थे. स्थानीय जनप्रतिनिधियों से बातचीत के बाद डीएम व एसपी ने दोपहर 12 बजे ग्रामीणों के साथ स्थानीय सामुदायिक भवन में बैठक की, िजसमें कई पंचायतों के मुखिया,
पंसस, पूर्व मंत्री राजकुमार महासेठ समेत इलाके के गणमान्य लोग शािमल हुये. इसमें शव उठाने पर सहमति बनी. डीएम ने मृतक के परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान िकया.साथ ही कानून के मुताबिक ग्रामीणों का सहयोग करने की बात कही. इसके बाद उग्र लोग शांत हुये. िदन में लगभग दो बजे शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.