सदर अस्पताल सहित कई सरकारी कार्यालयों में घुसा पानी, ओपीडी में सन्नाटा

मधुबनी : बारिश के कारण अधिकांश सरकारी कार्यालयों में पानी जमा है. सदर अस्पताल, समाहरणालय, डीआरडीए, सहकारिता विभाग, कोर्ट परिसर सहित अन्य कार्यालयों में तीन से चार फीट पानी लगा हुआ है. जिससे शहर व कोर्ट, अस्पताल, समाहरणालय, डीआरडी, बस स्टैंड व रेल यात्रा को आने वाले लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 11, 2017 4:55 AM

मधुबनी : बारिश के कारण अधिकांश सरकारी कार्यालयों में पानी जमा है. सदर अस्पताल, समाहरणालय, डीआरडीए, सहकारिता विभाग, कोर्ट परिसर सहित अन्य कार्यालयों में तीन से चार फीट पानी लगा हुआ है. जिससे शहर व कोर्ट, अस्पताल, समाहरणालय, डीआरडी, बस स्टैंड व रेल यात्रा को आने वाले लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा.

मधुबनी व्यवहार न्यायालय के अधिकांश इजलास में पानी घुस गया है. जिला एवं सत्र न्यायाधीश के इजलास में पानी घुस गया है. जिस कारण अधिकांश कोर्ट में पक्षकार नहीं दिखे.

सीएस कार्यालय में दो फुट पानी : रविवार से हो रही मूसलधार बारिश के बाद मुख्य सड़क से सदर अस्पताल परिसर में पानी का सैलाब आ गया. जिसके कारण सदर अस्पताल के सीएस प्रकोष्ठ व कार्यालय के अंदर लगभग 2 से 2.5 फीट तक पानी घुस गया. इमरजेंसी व वार्डों के बरामदा तक पानी पहुंच चुका है. यदि पानी यही गति रही तो वार्ड में भी पानी घुस जायेगा.
ओपीडी में रहा सन्नाटा : सदर अस्पताल के ओपीडी में सोमवार को दिन भर सन्नाटा रहा. इमरजेंसी में भी इक्के दुक्के मरीज ही पहुंचे. हालांकि चिकित्सक व कर्मी अपने-अपने कार्यालय में उपस्थित रहे. लेकिन सीएस कार्यालय में पानी घुसने के कारण कर्मियों को काम करने में काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा. कार्यालय कक्ष में दो फीट तक घुस आये पानी में ही कर्मी काम को अंजाम देते रहें. ओपीडी में जहां सामान्य दिनों में 400 से 500 मरीज पंजीकृत होते है. वहीं सोमवार को मुश्किल दो चार ही मरीज पहुंचे.
बिजली नहीं रहने से कार्यालय भी अस्त-व्यस्त : सदर अस्पताल में विद्युत व्यवस्था बाधित होने व जेनरेटर सेवा नहीं रहने के कारण कई सरकारी कार्यों का संपादन नहीं हो सका. हालांकि सदर अस्पताल के इमरजेंसी सेवा को पुरी दवा की व्यवस्था के साथ चिकित्सकों को 24 घंटे ड्यूटी पर तैनाती का आदेश सीएस द्वारा दिया गाय है. ताकि बाढ़ व अन्य कारणों से आने वाले मरीजों को तत्काल सभी चिकित्सीय सेवा उपलब्ध कराया जा सके.

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