कैनालों से निकलने लगा पानी

कवायद. जलनिकासी के लिए युद्धस्तर पर शुरू हुई पहल, लगाये गये 150 मजदूर डीएम ने कई मुहल्लों का किया िनरीक्षण तीन दिनों की बारिश ने तोड़ा कई साल का रिकार्ड मधुबनी : बीते तीन दिनो में जिला मुख्यालय सहित विभिन्न क्षेत्रों में जमकर बारिश हुइ. बीते चार दिनों में जिले में करीब 175 एमएम बारिश […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 13, 2017 4:29 AM

कवायद. जलनिकासी के लिए युद्धस्तर पर शुरू हुई पहल, लगाये गये 150 मजदूर

डीएम ने कई मुहल्लों का किया िनरीक्षण
तीन दिनों की बारिश ने तोड़ा कई साल का रिकार्ड
मधुबनी : बीते तीन दिनो में जिला मुख्यालय सहित विभिन्न क्षेत्रों में जमकर बारिश हुइ. बीते चार दिनों में जिले में करीब 175 एमएम बारिश रिकार्ड की गयी है जो सामान्य से तीन गुणा से अधिक है. जिला कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जुलाइ माह में सामान्य बारिश 335 एमएम बारिश होनी चाहिये. इस हिसाब से बेहतर खेती के लिए 11 एमएम बारिश होनी चाहिए. जबकि चार दिन में ही 175 एमएम बारिश हो गयी. जिसने शहर में तबाही मचा दी है.
कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार बीते 9 जुलाइ को 11 एम एम बारिश रिकार्ड की गयी. जबकि 10 जुलाई को 80.2 एमएम. 11 जुलाई को 71.8 एमएम एवं 12 जुलाई को 11.4 एमएम बारिश रिकार्ड की गयी है. उधर, प्रशासन ने लोगों की परेशानी को गंभीरता से लिया और खुद जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने शहर भर में विभिन्न कॉलोनियों का निरीक्षण किया.
आपात बैठक बुलायी गयी. कैनाल की उड़ाही में समय और पैसे खर्च होने के बाद भी वर्तमान में यह संभव होते नहीं देख उन्होंने तत्काल ही जलनिकासी के लिये वैकल्पिक अधिकारियों को आदेश दिये. आम लोगों ने वर्तमान जिला पदाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक के जल निकासी को लेकर किये गये पहल की सराहना की है. पूर्व मुख्य पार्षद खालिद अनवर ने कहा है कि बीते तीस सालों में इस प्रकार से बारिश नहीं हुई थी और ना ही ऐसी कभी परेशानी ही शहर के लोगों के सामने आयी थी.
पर यह इस जिले के लोगों के लिये खुशी की बात है कि जिला पदाधिकारी खुद ही मॉनीटरिंग कर इस समस्या के निदान की पहल कर रहे हैं. वहीं विजय कुमार चौधरी ने कभी कहा है कि यह वर्तमान जिला पदाधिकारी के पहल का ही परिणाम है कि इतनी बड़ी परेशानी से अब तीन दिन के भीतर ही लोगों को निजात
मिलने लगी है.
बुलायी गयी आपात बैठक
नियमित सफाईकर्मी के अलावा लगे हैं 100 मजदूर
जलनिकासी का एक मात्र जरिया कैनाल ही है. जिला प्रशासन ने कैनाल की सफाई के लिये सख्त निर्देश दिये. इस निर्देश के बाद शहर के तीनों कैनाल किंस, वाट्सन व राज कैनाल में जमे जलकुंभी को निकालने के लिये मजदूरों को लगा दिया गया. इसमें कार्यालय के नियमित कर्मी के अलावे 100 अतिरिक्त मजदूरों को भी लगाया गया है. जेसीबी से भी जलकुंभी व नालों की सफाई जोर शोर से की जा रही है. बुधवार के दोपहर तक किंस कैनाल व वाट्सन कैनाल का अधिकांश भागों से कुंभी को साफ कर दिया गया. जिस कारण पानी की निकासी शुरू हो गयी है.
एक फुट पानी हुआ कम
जिला पदाधिकारी के नेतृत्व में चलाये गये कैनाल सफाई अभियान व जल निकासी अभियान के कारण शहर के विभिन्न कॉलोनियों में से करीब समाचार लिखे जाने तक करीब एक फुट पानी का जल स्तर कम हो गया है. हालांकि अभी भी कई घरों में पानी घुसा है. जिस कारण लोग अब तक अपने घरों में नहीं लौटे हैं.
वहीं मुख्य सड़कों से भी पानी कम हो गया है. पर अभी भी सरकारी बस स्टैंड, मालगोदाम रोड, विनोदानंद झा कॉलोनी, आदर्श नगर, ऑफिसर कॉलोनी, तिरहुत कॉलोनी सहित अधिकांश कॉलोनी में जाने वाली सड़कों व कई सरकारी कार्यालयों में पानी घुटने भर से अधिक है. जिस कारण परेशानी बनी हुइ है.

Next Article

Exit mobile version