हरी सब्जी बिगाड़ रही बजट
मधुबनी : बारिश से जहां जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं हरी सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी होने से घर का मासिक बजट भी प्रभावित हुआ है. हालांकि एक पखवाड़ा पूर्व तक 60 से 80 रुपये किलों की दर से बिकने वाला टमाटर के दामों में कमी दर्ज की गयी है. जबकि अन्य हरी […]
मधुबनी : बारिश से जहां जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. वहीं हरी सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी होने से घर का मासिक बजट भी प्रभावित हुआ है. हालांकि एक पखवाड़ा पूर्व तक 60 से 80 रुपये किलों की दर से बिकने वाला टमाटर के दामों में कमी दर्ज की गयी है. जबकि अन्य हरी सब्जियों के दामों में 5 से 10 रुपये की वृद्धि हुई है. कई सब्जियों के दामों में उछाल है.
जानकार बताते है कि बारिश की वजह से सब्जियों के दामों में और अधिक तेजी होने का आसार है. पानी के कारण खेत में लगी फसल पूरी तरह डूब चुकी है. जिस कारण लोकल स्तर पर उगाये जाने वाले सब्जी बाजार से गायब हो गये हैं. गिलेशन बाजार सब्जी मंडी सूना पड़ रहा है. वहीं शंकर चौक, स्टेशन चौक पर सब्जी मंडी ही नहीं लग रहा. जिस कारण लोगों के थाली से हरी सब्जी गायब हो गयी है.
सब्जी दर पहले अब दर
आलू 12 रुपये 12 रुपये
प्याज 12 रुपये 12 रुपये
परवल 15 रुपये 30 रुपये किलो
बैंगन 16 रुपये 30 रुपये
झीगनी 10 रुपये 15 रुपये
टमाटर 80 रुपये 40 रुपये
करैला 15 रुपये 20 रुपये
पता गोभी 25 रुपये 30 रुपये
गोभी 70 रुपये 70 रुपये
भींडी 10 रुपये 14 रुपये किलो
ओल 50 रुपये 50 रुपये किलो
खीरा 15 रुपये किलो 25 रुपये
अरूही 20 रुपये किलो 25 रुपये
कई सब्जी विक्रेताओं ने कहा कि टमाटर का आवक अधिक होने से इसके दामों में कमी आयी है. जबकि खेतों के बारिश के पानी के जल जमाव होने से हरी सब्जियों के दामों में वृद्धि हुई है.