प्लास्टर गिरने से एक कर्मी घायल

मधुबनी : आरके कॉलेज की पुराना भवन जर्जर अवस्था में है. यह बड़े हादसे को आमंत्रण दे रहा है. 1940 में स्थापित इस महाविद्यालय के पुराना भवन में पांच विभाग चलते है. जो पूरी तरह से जर्जर हो गया है. इस भवन में चलने वाली पांच विभाग की प्रायोगिक कक्ष भी है. जहां छात्र प्रयोगशाला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2017 11:15 AM
मधुबनी : आरके कॉलेज की पुराना भवन जर्जर अवस्था में है. यह बड़े हादसे को आमंत्रण दे रहा है. 1940 में स्थापित इस महाविद्यालय के पुराना भवन में पांच विभाग चलते है. जो पूरी तरह से जर्जर हो गया है. इस भवन में चलने वाली पांच विभाग की प्रायोगिक कक्ष भी है. जहां छात्र प्रयोगशाला में जाने से कतराते है.
आलम यह है कि यहां ना तो वर्ग तथा प्रायोगिक कक्ष का ठीक ढ़ग से संचालन हो पाता है. छत की दीवार से टपकता पानी, गिरते प्लास्टर के कारण हादसा की संभावना बनी रहती है. 22 अगस्त 2017 को जंतु विज्ञान विभाग में छत के प्लास्टर गिरने से आउटसोर्सिंग पर काम कर रही स्टोर कीपर सीमा कुमारी के भी बुरी तरह घायल हो जाने की बात सामने आ रही है. इसके सिर में इतनी चोट लगी थी कि डॉक्टर ने 25 टांके दिये. महाविद्यालय प्रशासन घायल कर्मी का प्राथमिक ईलाज कराने के बाद हरकत में आया है. जंतु विज्ञान विभाग को दूसरे बिल्डिंग में स्थानांतरित किया गया.
जीर्ण-शीर्ण अवस्था में भवन. आरके कॉलेज का पुराना भवन जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है. इस भवन वर्ग के साथ-साथ प्रायोगिक कक्ष भी चल रहे हैं. वर्तमान में 5 विभाग संचालित है. इस भवन में रसायन विज्ञान, विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, भौतिकी विज्ञान तथा मनोविज्ञान विभाग संचालित है.
पीजी तक होती है पढ़ाई . आरके कॉलेज में अंतर स्नातक से लेकर पीजी तक की पढ़ाई होती है. जिसमें विज्ञान, वाणिज्य एवं कला संकायों का वर्ग संचालित होता है. इसके अलावे शिक्षा शास्त्र, इग्नू तथा कॉम्यूनिटी कॉलेज के अंतर्गत डिप्लोमा इन हेल्थ केयर की कोर्स संचालित है.
पर जर्जर भवन के कारण वर्ग बाधित रहती है. पीजी तक की पढ़ाई होने में कई कठिनाइयां है. शिक्षक-शिक्षकेतर कर्मी के साथ-साथ प्रायोगिक कक्ष की भी कमी है. जिसके चलते वर्ग बाधित होती है.

Next Article

Exit mobile version