मोबाइल की तरह बिजली मीटर करना होगा रिचार्ज

मधुबनी : बिजली जलाकर रुपये देने में आनाकानी करने वालों की अब नहीं चलेगी. अब वे उतने रुपये का ही बिजली खर्च कर सकेंगे जितने रुपये विभाग को देंगे. इस दिशा में विभाग ने नयी पहल करने की योजना बनायी है. अब मोबाइल में प्री पेड रीचार्ज की तरह बिजली जलाने के लिये प्री पेड […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2017 7:50 AM
मधुबनी : बिजली जलाकर रुपये देने में आनाकानी करने वालों की अब नहीं चलेगी. अब वे उतने रुपये का ही बिजली खर्च कर सकेंगे जितने रुपये विभाग को देंगे. इस दिशा में विभाग ने नयी पहल करने की योजना बनायी है. अब मोबाइल में प्री पेड रीचार्ज की तरह बिजली जलाने के लिये प्री पेड रीचार्ज करना होगा. जैसे ही पैसे समाप्त हुए बिजली आना बंद हो जायेगा. फिर रीचार्ज कीजिये तो मीटर चालू होगा.
दरअसल बिजली विभाग को प्रत्येक माह जितनी उर्जा खपत हो रही है उस हिसाब से राजस्व की उगाही नहीं हो रही है. जिस कारण विभाग ने प्री पेड मीटर सेवा देने की पहल शुरू करने की योजना बनायी है.
सब कुछ योजना के अनुसार रहा तो नवंबर माह में ही इस योजना के शुरू हो जाने की संभावना है. हालांकि पहले चरण में यह सरकारी कार्यालयों व व्यावसायिक रूप से उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं को इस योजना के दायरे में लाया जायेगा. यदि यह कारगर रहा तो फिर दूसरे चरण में आम उपभोक्ताओं के लिए भी यह जरूरी कर दिया जायेगा.
100 से होगा रिचार्ज. विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि प्री पेड मीटर का रीचार्ज 100 से लेकर खपत के अनुसार लोग अपना रीचार्ज करा सकते हैं. पहले फेज में विभाग द्वारा रिचार्ज की व्यवस्था होगी.
बिजली चोरी पर लगेगी रोक. श्री कुमार ने बताया कि प्रीपेड मीटर लग जाने से विद्युत चोरी पर रोक लगेगी. बिना रिचार्ज के बिजली आपूर्ति बंद कर दी जायेगी. श्री कुमार ने बताया कि नवंबर माह में प्रथम फेज का मीटर आने की संभावना है. उसके बाद सामान्य उपभोक्ता के घर में भी प्री पेड मीटर लगाने की कवायद शुरू की जायेगी.
लगेगा प्रीपेड मीटर
विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता संतोष कुमार ने बताया कि बिजली विभाग को उर्जा खपत के अनुसार राजस्व नहीं आ रहा है. जिस कारण प्रत्येक माह विभाग को लाखों रुपये का घाटा लग रहा है.
उर्जा खपत के अनुसार राजस्व संचय करने के लिए विभाग ने प्रीपेड मीटर का प्रावधान किया है. प्री पेड मीटर में पहले उपभोक्ता काे अपने मीटर को रिचार्ज कराना होगा उसके बाद ही विद्युत आपूर्ति की जायेगी. श्री कुमार ने बताया कि प्रथम चरण में जांच के लिए पहले सरकारी विभाग व व्यावसायिक कनेक्शन लेने वालों को यह सुविधा दिया जायेगा.
सर्वे का काम शुरू
विभाग द्वारा इसको लेकर सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. विभाग द्वारा प्रथम चरण में सरकारी भवन व कार्यालय में लगे मीटर को हटा कर वहां पर प्री पेड मीटर लगाया जायेगा.
उसके बाद व्यावसायिक प्रतिष्ठान में लगे मीटर को हटा कर वहां पर प्री पेड मीटर लग जाने के बाद उपभोक्ता को मासिक विपत्र देने का प्रावधान भी खत्म हो जायेगा. उपभोक्ता जितनी राशि जमा करेगा उसी हिसाब से वह बिजली का उपयोग कर सकता है. श्री कुमार ने बताया कि प्री पेड मीटर लग जाने से बिजली विभाग का काम में सहूलियत हो जायेगी. विभाग द्वारा जो प्रत्येक माह मीटर रिडिंग की परेशानी से भी निजात मिल जायेगा.

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