वरुणा-रसियारी पथ दो साल बाद भी है अधूरा
जर्जर सड़क में आये दिन फंस जाते हैं वाहन, क्षेत्रवासी परेशान बिरौल : प्रखंड क्षेत्र से सटे सीमावर्ती जिले समस्तीपुर से गुजरने वाली निर्माणाधीन वरुणा-रसियारी एसएच- 88 सड़क क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. इसके निर्माण की गति धीमी रहने की वजह से लोगों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना […]
जर्जर सड़क में आये दिन फंस जाते हैं वाहन, क्षेत्रवासी परेशान
बिरौल : प्रखंड क्षेत्र से सटे सीमावर्ती जिले समस्तीपुर से गुजरने वाली निर्माणाधीन वरुणा-रसियारी एसएच- 88 सड़क क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है. इसके निर्माण की गति धीमी रहने की वजह से लोगों को आवागमन में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
एशियन डेवलपमेंट बैंक संपोषित 800 करोड़ रुपये की लागत से इस सड़क का निर्माण में सी. एंड सी. कंपनी विगत कई वर्षों से लगी हुई है, बावजूद बंदा चौक से मजरगाही एवं मोरवाड़ा से बंदा चौक तक बीच में करीब 600 से 700 फुट छोड़कर सड़क निर्माण कार्य छोड़ देने से आवागमन में परेशानी है. वहीं निर्माणाधीन से सड़क से उड़ने वाली धूल से क्षेत्रवासी परेशान हैं.
दूसरी ओर मध्य विद्यालय मजरगाही के सामने इस सड़क में पुल निर्माण के लिए जेसीबी से गड्ढा खोद कर दो वर्षों से छोड़ रखा गया है. गाड़ियों के परिचालन के लिए डायवर्सन भी नहीं बनाया गया है. परिणामस्वरूप आये दिन इस स्थल पर भारी गाड़ियां फंस जाती हैं. इस वजह से सड़क पर जाम लग जाता है.
इस समस्या की निदान को लेकर मानवाधिकार संरक्षण प्रतिष्ठान के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुमार चौधरी, प्रखंड अध्यक्ष अमरजी चौधरी, सुरेश कुमार, विधायक प्रतिनिधि नरेश मंडल, अजय कुमार सिंह व राम स्वार्थ यादव ने मुख्यमंत्री व पथ निर्माण मंत्री से समस्या के निदान को लेकर ज्ञापन भी सौंपा है.