मधुबनी : झंझारपुर में अगलगी में बुजुर्ग जिंदा जल जाने से मौत, आक्रोशित लोगों का अग्निशमन कार्यालय पर हंगामा
मधुबनी : झंझारपुर अनुमंडलीय अस्पताल के समीप सड़क किनारे कुछ दुकानों में अचानक देर शाम आग लग गयी. इस दौरान एक चाय-नाश्ते के दुकान में मौजूद एक बुजुर्ग की जिंदा जल कर मौत हो गयी. मृतक की पहचान बेलाराही गांव निवासी 65 वर्षीय गूदर कामत के रूप में की गयी है. जानकारी के अनुसार, अनुमंडलीय […]
मधुबनी : झंझारपुर अनुमंडलीय अस्पताल के समीप सड़क किनारे कुछ दुकानों में अचानक देर शाम आग लग गयी. इस दौरान एक चाय-नाश्ते के दुकान में मौजूद एक बुजुर्ग की जिंदा जल कर मौत हो गयी. मृतक की पहचान बेलाराही गांव निवासी 65 वर्षीय गूदर कामत के रूप में की गयी है.
जानकारी के अनुसार, अनुमंडलीय अस्पताल के समीप चल रहे चार पांच दुकानों में अचानक ही आग लग गयी. आग इतनी तेजी से फैला कि पल भर में ही लपटें उठने लगी. सभी लोग बाहर निकल कर भाग गये. लेकिन, इस अफरातफरी में एक नाश्ते के दुकान पर मौजूद बेलाराही गांव निवासी गूदर कामत दुकान से बाहर नहीं निकल सका. बताया जा रहा है कि वह हर दिन की तरह ही अपने पुत्र सीताराम के नास्ते की दुकान पर आया था. उम्र अधिक होने के कारण उसे चलने में भी परेशानी होती थी.
लोगों ने बताया है कि जब आग लगी, तो सभी बेहाल हो गये और दुकान से भाग निकले. लेकिन, गूदर कामत बाहर नहीं निकल सका. लोगों ने समझा कि गूदर भी बाहर निकल गया होगा. जब लोगों ने उसकी खोज की तो वह नहीं मिला. बाद में जलने की गंध आने पर जब लोगों ने सीताराम के दुकान को देखा, तो उसमें गूदर कामत को मृत पाया.
गूदर कामत के पुत्र सीताराम कामत ने बताया कि देर शाम उसके पिता दुकान पर आये थे और रातों को वे इसी दुकान पर ही सोते थे. आज शाम भी वे आये थे. लेकिन, वह अगलगी के दौरान बाहर नहीं निकल सके. आग किस कारण से लगी, इसका पता नहीं चल सका है. एक दुकान में गैस सिलेंडर भी रखा था, जो अगलगी के बाद फट गया, जिससे आग की लपटें और तेज हो गयी. आग की लपट इतनी तेज थी कि किसी की हिम्मत नहीं हुई कि बुजुर्ग को निकालने की कोशिश भी करता.
घटना के पास ही अग्निशमन का कार्यालय भी है, लेकिन गाड़ी खराब होने के कारण करीब 20 मिनट बाद फायर बिग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंची. कुछ देर तक ही आग बुझाने के बाद दमकल खराब हो गया. इसके बाद स्थानीय लोग एक चापाकल के जरिये आग को बुझाने में जुटे थे. अग्निशमन विभाग की इस बदहाली के कारण लोगों मे आक्रोश था. गूदर कामत के मौत से आक्रोशित लोगों ने बाद में अग्निशमन के कार्यालय में घुस कर कर्मियों के साथ मारपीट की और जमकर हंगामा भी किया. गूदर कामत के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है. गूदर कामत की पत्नी सुगावती देवी रह रह कर बेहोश हो रही थी. इन लोगों का भी जला दुकान
बताया जा रहा है कि अगलगी की घटना में चार लोगों का दुकान पूरी तरह से जल कर राख हो गया. इसमें दुखी राम का नाश्ता का दुकान, प्रह्लाद राम का पान का गुमटी,एक सब्जी का गुमटी व सीताराम के नाश्ते की दुकान शामिल है.