गर्मी में जर्जर तार को ठीक करने के नाम पर बिजली गुल
मधुबनी : नॉर्थ बिहार पॉवर कंपनी बिजली विभाग के कार्य को दो भाग मेंं बांट दिया है. कंपनी विद्युत आपूर्ति के लिए सप्लाई को काम करना है. जबकि रख-रखाव के लिए शहरी क्षेत्र मेंं आइसीडीएस को काम करना है. लेकिन रख-रखाव को लेकर प्रोजेक्ट के अभियंता सही तरीके से काम नहीं कर रहे है. जिस […]
मधुबनी : नॉर्थ बिहार पॉवर कंपनी बिजली विभाग के कार्य को दो भाग मेंं बांट दिया है. कंपनी विद्युत आपूर्ति के लिए सप्लाई को काम करना है. जबकि रख-रखाव के लिए शहरी क्षेत्र मेंं आइसीडीएस को काम करना है. लेकिन रख-रखाव को लेकर प्रोजेक्ट के अभियंता सही तरीके से काम नहीं कर रहे है. जिस कारण गर्मी के शुरूआती दिन मेंं ही लोगों को बिजली धोखा देना शुरू कर दिया है.
रख-रखाव के नाम पर दिन भर बिजली रहती है बंद : बिजली विभाग के प्रोजेक्ट के द्वारा ठंड के मौसम मेंं तार पोल बदलने का काम नहीं किया गया. जब गर्मी आया है तो प्रोजेक्ट के अभियंता को पुराने जर्जर तार व पोल को सही करने का शुरू किया है. गर्मी मेंं तार पोल का काम होने के कारण शनिवार को दिन भर ओल्ड फीडर और इमरजेंसी फीडर मेंं मेंंटीनेंस के नाम पर बिजली सेवा बंद रहा. शाम सात बजे विभाग द्वारा लाइन चालू भी किया गया तो लगातार लाइन ट्रिप करता रहा. जिस कारण लगभग दो हजार उपभोक्ता को रात भर अंधकार मेंं समय बितना पड़ा.
नहीं चढ़ा पानी : लगातार 15 घंटा तक बिजली सेवा बाधित रहने के कारण सोमवार की सुबह लोगों को पानी को लेकर परेशानी का सामना करना पड़ा. ऑफिसर कॉलोनी के राजीव झा, पंकज श्रीवास्तव, भगवान सिंह ने बताया कि रात भर बिजली की आंच मिचौली के कारण लोगों को सुबह से टंकी के पानी खत्म होने के वजह से नित्य काम करने मेंं परेशानी हुआ. भगवान सिंह ने बताया कि रात मेंं लाइन आया लेकिन लो वोल्टेज रहने के कारण मोटर नहीं चल पाया.
क्या कहते हैं अधिकारी
आईसीपीएस प्रोजेक्ट के कार्यपालक अभियंता साजीद अली ने बताया कि वैसे तो शहरी क्षेत्र मेंं सभी जगह एलटी लाइन का काम पूरा हो गया है. लेकिन एचटी लाइन मेंं कई जगह पुराने तार रहने के कारण परेशानी है. उसी को बदलने का काम किया जा रहा है. इधर सप्लाई के कार्यपालक अभियंता संतोष कुमार ने बताया कि प्रोजेक्ट के कार्यपालक अभियंता को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी भी हाल मेंं दिन मेंं बिजली सेवा को दो घंटा से ज्यादा बंद नहीं रखना है. अगर दो घंटा से ज्यादा आपूर्ति बंद होगा तो प्रोजेक्ट के खिलाफ विरूद्ध उपर लिखा जायेगा.