बिजली विभाग ने भेजा 5.44 लाख का बिल, उपभोक्ता परेशान
मधुबनी : सुधार की लगातार पहल हो रही है, पर इस पर अमल नहीं हो पा रहा है. जितना सुधार की पहल हो रही है, परेशानी उतनी ही अधिक हो रही है. विभाग की लापरवाही का खामियाजा आम लोग उठा रहे हैं. कभी किसी को सौ के बदले लाखों में बिजली बिल भेज दिया जाता […]
मधुबनी : सुधार की लगातार पहल हो रही है, पर इस पर अमल नहीं हो पा रहा है. जितना सुधार की पहल हो रही है, परेशानी उतनी ही अधिक हो रही है. विभाग की लापरवाही का खामियाजा आम लोग उठा रहे हैं. कभी किसी को सौ के बदले लाखों में बिजली बिल भेज दिया जाता है तो कभी किसी उपभोक्ता को मीटर के लिये ही महीनों चक्कर लगाना पड़ता है. पर इसके बाद भी समस्याओं का निदान नहीं हो रहा है. यह एक ऐसा मकरी का जाल बन गया है जिसमें एक बार उपभोक्ता उलझ गये तो फिर महीनों चक्कर लगाने के बाद भी इससे निकल नहीं पाते है.
केस एक : राजनगर प्रखंड के केवलपट्टी गांव निवासी 77 वर्षीय ब्रह्मदेव झा अपने बिल सुधार को लेकर पिछले चार माह से मधुबनी दौर रहे हैं. श्री झा ने बताया कि महज छह माह का बिल विभाग द्वारा दो लाख 50 हजार रुपये भेजा गया. बिल सुधार को लेकर अगस्त 17 में बिजली विभाग द्वारा लगाए गए शिविर में आवेदन भी दिया था. लेकिन, विभाग द्वारा बिल सुधार नहीं किया गया. श्री ने बताया कि हम 10 साल पूर्व ही अवकाश प्राप्त किया. घर में अकेले रहता हूं.
बिजली विभाग बिल सुधार करने को लेकर सिर्फ आश्वासन ही विभाग दे रहा है. उनका कहना था कि प्रत्येक माह सूद जोड़ा जा रहा है. उनका कहना था कि अगर मेरा बिल सुधार नहीं किया गया तो बिजली विभाग पर धरना दूंगा. एक माह का घरेलू बिल आया 5.44 लाख : बिजली विभाग की महिमा अपरमपार है. कब किसको क्या भेज दे, कुछ कहा नहीं जा सकता. बात अभी विभाग द्वारा उपभोक्ताओं को बिल भेजे जाने की हो रही है तो महिला कॉलेज रोड निवासी सुशीला झा को इस माह का बिल पांच लाख 44 हजार का बिल विभाग ने थमा दिया है. सुशीला झा बताती है कि हर माह उनका नियमित भुगतान हो रहा है.
कभी 12 सौ तो किसी माह 15 सौ रुपये का ही बिल आ रहा है. पर इस माह विभाग द्वारा जो बिल भेजा गया है, वह 5 लाख 44 हजार का है. इसमें पुराना बकाया भी 81 हजार 884 रुपये बताया गया है. बताती है कि अब समझ में नहीं आ रहा है कि इसका सुधार कैसे होगा. सुनते हैं कि एक बार जब उपभोक्ता को गलत बिल आ जाता है तो महीनों कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ता है.
पहली बार मीटर रीडिंग में हो सकती है परेशानी : इस परेशानी का जवाब भी अधिकारी कुछ अलग अंदाज में ही देते हैं. बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता संतोष कुमार ने बताया है कि कई बार ऐसा होता है कि नया मीटर लगने के बाद स्पॉट बिलिंग में गड़बड़ी हो सकता है. संबंधित उपभोक्ता तत्काल बिल लेकर आयें,कार्यालय में उनकी परेशानी का निदान हो सकता है. अब यह बात और है कि सुशीला देवी का मीटर लगाये कई माह हो चुका है.