मधुबनी की बेटी अद्विका उड़ायेगी लड़ाकू विमान, पिता भी थे वायुसेना में
संजय झंझारपुर : बिहार की एक और बेटी ने कामयाबी हासिल की है. भावना कंठ के बाद मधुबनी के छोटे से गांव उमरी की बेटी अद्विका का वायुसेना में पायलट पद के लिए चयन हुआ है. इस कामयाबी से उमरी गांव के लोग खुद को गर्वान्वित महसूस कर रहे हैं. अद्विका डॉ अजय कुमार झा […]
संजय
झंझारपुर : बिहार की एक और बेटी ने कामयाबी हासिल की है. भावना कंठ के बाद मधुबनी के छोटे से गांव उमरी की बेटी अद्विका का वायुसेना में पायलट पद के लिए चयन हुआ है. इस कामयाबी से उमरी गांव के लोग खुद को गर्वान्वित महसूस कर रहे हैं. अद्विका डॉ अजय कुमार झा की बेटी हैं.
उनकी ट्रेनिंग दो जुलाई से हैदराबाद के डुंडीगल में शुरू होगी. अद्विका बिहार की दूसरी महिला पायलट होंगी. इससे पहले दरभंगा की भावना कंठ ने इस ओहदे को हासिल किया था.अद्विका झा की तमन्ना बचपन से ही वायुसेना में पायलट बनने की मधुबनी की बेटी थी. अद्विका के पिता भी वायुसेना में रहे हैं. ऐसे में देश की सेवा करने की भावना बचपन से ही घर कर गयी थी. पिता से ही सीख लेकर उन्होंने वायुसेना में जाने का मन बनाया. दिल्ली के शालीमार बाग स्थित केंद्रीय विद्यालय से 2012 में 10वीं परीक्षा 95% अंकों के साथ पास की.
फिर 12वीं 2014 में 93% अंकों से पास की. इसके बाद नयी दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी दिल्ली तकनीकी विश्वविद्यालय से इसी वर्ष बीटेक (इलेक्ट्रोनिक्स) की डिग्री ली. इसके बाद वायुसेना में पायलट पद के लिए परीक्षा दी़. पढ़ाई में शुरू से ही अव्वल आने वाली अद्विका सीबीएसई द्वारा सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट, सुब्रतो मेमोरियल स्कॉलरशिप एवं प्रधानमंत्री मेरिट स्कॉलरशिप प्राप्त कर चुकी हैं.
26 अभ्यर्थियों में बिहार से सिर्फ एक
अद्विका के पिता बताते हैं कि पायलट के लिए जारी परिणाम में 26 उम्मीदवार सफल हुए, जिनमें 20 लड़के व छह लड़कियां हैं. उनमें एकमात्र अद्विका बिहार से हैं. इसी साल 18 मार्च को अद्विका ने इंटरव्यू दिया था. उसी समय से उन्हें सफलता की उम्मीद थी.
बेटी पर गर्व : डॉ अजय
बेटी की इस सफलता पर डॉ अजय कुमार झा व उनकी पत्नी सहित पूरा परिवार गौरवान्वित है. अजय झा ने फोन पर कहा कि मेरे लिए इससे बड़ी गर्व की बात और क्या होगी कि मैं जिस सेना में एककर्मी था, आज मेरी बेटी उसमें एक अधिकारी के तौर पर चुनी गयी है. अजय झा बताते हैं कि मेरी तीन बेटियां हैं. तीनों होनहार हैं. बड़ी बेटी बैंक में अधिकारी है, तो दूसरी बेटी अद्विका ने पायलट बन कर अपनी पहचान बनायी है. तीसरी बेटी अभी पढ़ाई कर रही है. अजय खुद शिक्षा निदेशालय के प्रवक्ता हैं.