बेनीपट्टी : फर्जी तरीके से केसीसी खाते का लोन निकाले जाने में प्राथमिकी अभियुक्त बनाये गये शाखा प्रबंधक अजय कुमार मिश्र को बेनीपट्टी थाना पुलिस ने सोमवार को गिरफ्तार कर लिया है. प्रबंधक अजय कुमार मिश्र रहिका सेंट्रल को ओपरेटिव बैंक की शाखा बेनीपट्टी में बैठकर अपने कार्यों का निर्वहन कर रहे थे. जहां गुप्त सूचना पर बेनीपट्टी थानाध्यक्ष हरेराम साह दल बल के साथ बैंक पहुंच उन्हें गिरफ्तार कर लिया.
बता दें कि मनपौर गांव निवासी मिथिलेश झा, भगवतीपुर के चंद्रभूषण पांडेय, उसी गांव की रेखा देवी और अन्य के द्वारा जिला लोक शिकायत निवारण कार्यालय में परिवाद दायर किया गया था. दायर परिवाद में आरोप लगाया गया था कि दी रहिका सेंट्रल कोओपरेटिव बैंक की बेनीपट्टी शाखा में इन लोगों के नाम पर फर्जी तरीके से केसीसी खाता का संचालन किया जा रहा था. जबकि, इन लोगों के द्वारा कभी भी उक्त खाते से लोन के लिये आवेदन नहीं किया गया है. बावजूद इन सभी का नाम ऋणकर्ता की सूची में शामिल है. उनलोगों द्वारा तत्कालीन बीसीओ को आवेदन देकर जांच किये जाने की गुहार लगायी गयी थी.
जांच में आरोप सत्य पाया गया और जांचोप्रांत जिला सहकारिता पदाधिकारी के 5 सितंबर 2018 के पत्र के आलोक में दोषी व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज किये जाने का आदेश जारी हुआ. जिसके आलोक में शाखा प्रबंधक अजय कुमार मिश्र तथा मनपौर पैक्स अध्यक्ष ललन झा के खिलाफ बेनीपट्टी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया है. इनके तथा पैक्स अध्यक्ष के उपर केसीसी ऋण में कथित फर्जीवाड़ा का आरोप है. वहीं शाखा प्रबंधक अजय कुमार मिश्र ने बताया कि मैं निर्दोष हूं. मुझे राजनीतिक के तहत फंसाया जा रहा है.