पक्कीकरण के लिए किंस कैनालों की सफाई का काम शुरू
30 माह में पूरा होगा काम, 115 करोड़ रुपये होंगे खर्च सफाई के दौरान विधायक व बूडा कर्मी रहे मौजूद मधुबनी : शहर लोगों को जलजमाव से शीघ्र निजात मिलेगी. अब शहर के लोगों को बरसात एवं अन्य दिनों में भी सड़कों पर जल जमाव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. मधुबनी स्ट्रॉर्म वाटर […]
30 माह में पूरा होगा काम, 115 करोड़ रुपये होंगे खर्च
सफाई के दौरान विधायक व बूडा कर्मी रहे मौजूद
मधुबनी : शहर लोगों को जलजमाव से शीघ्र निजात मिलेगी. अब शहर के लोगों को बरसात एवं अन्य दिनों में भी सड़कों पर जल जमाव की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा. मधुबनी स्ट्रॉर्म वाटर ड्रेनेज योजना के तहत 114.95 करोड़ रुपये से शहर के चारों कैनालों के पक्कीकरण के लिए कैनालों की सफाई का काम शुरू हो गया. बिहार शहरी आधारभूत संरचना विकास निगम लिमिटेड(बुडको) इस योजना की कार्यकारी एजेंसी है. जबकि मेसर्स क्रसी इंफ्रा इसका निर्माण कार्य करेगी.
इसे पूरा करने के लिए 30 महीने का समय दिया गया है. जुलाई 2017 में ही मुख्य पार्षद सुनैना देवी की अध्यक्षता में सशक्त स्थायी समिति ने डीपीआर को मंजूरी देकर नगर विकास एवं आवास विभाग को भेज दिया था. ड्रेन की कुल लंबाई 12.18 किलोमीटर होगी. जबकि जगह- जगह संप हाउस का निर्माण किया जाएगा.
सोमवार को स्थानीय विधायक समीर कुमार महासेठ किंस कैनाल की सफाई का काम शुरू होने के वक्त सूड़ी स्कूल, गदियानी तथा संतू नगर में उपस्थित थे. उन्हों कहा यह शहर वासियों के लिए ड्रीम प्रोजेक्ट है. अपने स्तर से हर सहयोग करने को तत्पर रहूंगा.
मौके पर मुख्य पार्षद सुनैना देवी, पार्षद धर्मवीर प्रसाद, रजा इश्तियाक, प्रोजेक्ट सहायक अभियंता चंद्रदीप कुमार, जेई रविरंजन कुमार, जय प्रकाश कुमार, क्रुसी इंफास्टर्कचर के प्रोजेक्ट मैनेजर रवि कुमार, समाज सेवी निर्मल राय, बजरंग महतो सहित अन्य उपस्थित थे.
गाद व अतिक्रमण से होती है परेशानी: कहने को तो शहर में चार कैनाल है, लेकिन यह किसी काम का नहीं है. मधुबनी शहर की जब नींव रखी गयी थी तब अंग्रेजों ने जल निकासी के लिए कैनाल की खुदाई की थी. धीरे- धीरे गाद जमा होने तथा सही तरीके से सफाई नहीं होने के कारण यह लोगों के लिए नासूर बन गया. आलम यह है कि गाद जमा होने के कारण कैनाल का पानी सड़कों पर जमा रहता है. इधर लोग धीरे- धीरे कैनालों का अतिक्रमण भी कर लिया.
वाटसन कैनाल की लंबाई 8030 फीट है. जबकि चौड़ाई 25 फुट है. किंस कैनाल की लंबाई 10 हजार फुट है. जबकि चौड़ाई 20 से 25 फुट है. जबकि राज कैनाल की लंबाई 1659 फुट है. जबकि चौड़ाई 15 फुट है. वाटसन कैनाल से 35 फीसदी लोगों को लाभ तथा किंस कैनाल से 45 फीसदी लोगों को जबकि राज कैनाल से 20 फीसदी लोगों को लाभ मिलता है.