अस्पताल में मारपीट करने वाली आशा होगी चयनमुक्त
मधुबनी : सदर अस्पताल के ओपीडी में आशा द्वारा बीते दिनों एक चिकित्सक के साथ मारपीट, मंगलवार को एक दुकानदार के साथ मारपीट सहित आये दिने मरीजों व चिकित्सकों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. वहीं बिचौलिये को चिन्हित कर उन पर भी कार्रवाई के लिये पहल शुरू […]
मधुबनी : सदर अस्पताल के ओपीडी में आशा द्वारा बीते दिनों एक चिकित्सक के साथ मारपीट, मंगलवार को एक दुकानदार के साथ मारपीट सहित आये दिने मरीजों व चिकित्सकों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. वहीं बिचौलिये को चिन्हित कर उन पर भी कार्रवाई के लिये पहल शुरू की गयी है.
जिला पदाधिकारी ने सीएस को बिचौलियों व असामाजिक तत्वों पर एफआईआर करने व आशा को चयन मुक्त करने का निर्देश दिया है. जिला पदाधिकारी के निर्देश के आलोक में बिचौलियों व आशा के मनमानी पर रोक लगाने के उद्देश्य से सीएस ने अस्पताल प्रबंधक को प्रतिदिन ओपीडी में वीडियोग्राफी करने का निर्देश दिया.
होगी मॉनीटरिंग: प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रहिका के बीएचएम को आशा की शिनाख्त के लिए प्रतिदिन दो घंटे सदर अस्पताल में रहने का निर्देश दिया है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रहिका को समय समय पर इसका सुपरविजन करने का भी निर्देश सीएस ने दिया है. इसके साथ ही एसपी से वार्ता कर सुरक्षा गार्ड की प्रतिनियुक्ति होने तक पुलिस जवानों को समय समय पर ओपीडी की देखरेख करने का आग्रह किया जायेगा. जिससे की दलाल व असामाजिक तत्वों से अस्पताल को मुक्त किया जा सके.
वीडियोग्राफी की गयी: जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए सीएस को बिचौलियों की शिनाख्त कर एफआइआर करने तथा आशा की शिनाख्त कर उन्हें चयन मुक्त करने का निर्देश दिया. डीएम के निर्देश के बाद अस्पताल प्रबंधन बुधवार को अस्पताल प्रबंधन ए मजीद, केयर के महेंद्र सिंह सोलंकी ने संयुक्त रूप से ओपीडी में वीडियोग्राफी की. जानकारी देते हुए सीएस डा. मिथिलेश झा ने बताया कि अब बिचौलियों की खैर नहीं है. उन्होंने कहा कि वीडियोग्राफी में बिचौलियों व आशा को चिह्नित किया जायेगा. जिसके बाद संबंधित पर आवश्यक कारवाई की जायेगी.
क्या है मामला
सदर अस्पताल में दर्जनों की संख्या में बिचौलिया जिसमें महिला पुरुष सहित आशा कार्यकर्ता भी शामिल है. प्रतिदिन अस्पताल पहुंचकर मरीजों को अपने शब्द जाल में फंसाकर निजी जांच केंद्रों में ले जाते है. जिसके एवज में जांच केंद्रों के संचालकों द्वारा बिचौलियों को मोटा कमीशन दिया जाता है. इन बिचौलियों पर नकेल कसने में अस्पताल प्रबंधन पूर्णतया विफल साबित हुआ है.
ज्ञात हो कि सोमवार को एक आशा द्वारा महिला ओपीडी में केयर इंडिया की महिला चिकित्सक को थप्पड़ जड़ दिया गया. वहीं मंगलवार को आशा कार्यकर्ता व महिला बिचौलिया के बीच ओपीडी में चप्पल से मारपीट की गयी थी.