सर्पदंश के मरीज के परिजन से कर्मी ने की मारपीट
मधुबनी : सदर अस्पताल में अब बाहरी व्यक्ति पहले तो चिकित्सक के साथ मिलकर मरीजों का इलाज करते हैं. मरीज के साथ कहासुनी होने पर उनके साथ मारपीट करते हैं और जब बात अस्पताल प्रबंधन तब पहुंचती है तो प्रबंधन यह कह कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं कि कथित तौर पर मारपीट करने वाला […]
मधुबनी : सदर अस्पताल में अब बाहरी व्यक्ति पहले तो चिकित्सक के साथ मिलकर मरीजों का इलाज करते हैं. मरीज के साथ कहासुनी होने पर उनके साथ मारपीट करते हैं और जब बात अस्पताल प्रबंधन तब पहुंचती है तो प्रबंधन यह कह कर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं कि कथित तौर पर मारपीट करने वाला कर्मी अस्पताल का नहीं हैं.
यहां सवाल यह उठता है कि यदि मारपीट करने वाला कर्मी जब अस्पताल का नहीं था तो चिकित्सक के सामने उसने मरीज का इलाज कैसे किया. इन बातों का खुलासा शुक्रवार को हुआ है. जब एक सर्पदंश के मरीज के परिजन का अन्य मरीज के परिजन के साथ कहासुनी होने लगी तो कथित कर्मी ने एक मरीज के परिजन को बुरी तरह मारपीट की.
जानकारी के अनुसार, शनिवार की सुबह राजनगर प्रखंड क्षेत्र के रामखेतारी गांव की महिला मरीज जिन्हे सांप ने काट लिया था, उसका इलाज कराने परिजन मरीज के साथ सदर अस्पताल पहुंचे थे. इस दौरान राकेश नामक व्यक्ति ने खुद को अस्पताल का कर्मी बताकर मरीज का इलाज करना शुरू किया.
इसी दौरान रामखेतारी निवासी मरीज गुलशन प्रवीण एवं उसके परिजनों से किसी बात को लेकर बाताबाती होने लगी. जहां खुद को अस्पताल का कर्मी बताने वाला राकेश नामक व्यक्ति ने रामखेतारी के मरीज एवं उसके परिजनों के साथ जमकर मारपीट की. इधर, राजनगर प्रखंड क्षेत्र के रामखेतारी निवासी मरीज गुलशन, मो अकरम एवं रामपट्टी निवासी मरीज उपेन्द्र पासवान, मंजुदेवी, राम कुमार आदि ने मारपीट के संबंध में एक लिखित आवेदन सदर अस्पताल के डीएस को दिया है. दिये गये आवेदन में कहा गया है कि वे सदर अस्पताल में इलाज के लिए आए थे. पर
शुक्रवार की सुबह अस्पताल के कर्मी राकेश के द्वारा इन लोगों के साथ मारपीट की गयी. जब इसकी शिकायत ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक से की तो उनके द्वारा बताया गया कि वह व्यक्ति बाहरी है
जांच के बाद होगी कार्रवाई
सदर अस्पताल के डीएस अजय नारायण प्रसाद ने बताया कि इस संबंध में आवदेन प्राप्त हुआ है. उक्त कर्मी बाहरी है. मरीजों के साथ हुइ घटना दुखद है. उन्हाेंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.