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लखनौर बीडीओ पर निलंबन व विभागीय कार्रवाई की अनुशंसा

डीएम ने ग्रामीण विभाग के सचिव को कार्रवाई के लिए लिखाप्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया है जिक्रJustice Yashwant Varma Case: कैसे हटाए जा सकते हैं सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के जज?Spies In Mauryan Dynasty : मौर्य काल से ही चल रही है ‘रेकी’ की परंपरा, […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 10, 2019 1:14 AM

डीएम ने ग्रामीण विभाग के सचिव को कार्रवाई के लिए लिखा

मधुबनी : लखनौर बीडीओ को काम में लापरवाही बरते जाने व उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना करना मंहगा पड़ा. इस मामले को लेकर डीएम ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव को लखनौर बीडीओ को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई प्रारंभ करने की अनुशंसा की है. डीएम ने नल जल योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य योजना में बीडीओ द्वारा लापरवाही बरते जाने का आरोपलगाया है.
सचिव को किये गये अनुसंशा में डीएम ने कहा है कि मुस्ताक अहमद (पर्यवेक्षीय कोटि-कल्याण विभाग) प्रखंड विकास पदाधिकारी, लखनौर के द्वारा कर्तव्य के निर्वहन में शिथिलता एवं उच्चाधिकारी के आदेश की अवहेलना की जा रही है. जिसमें सात-निश्चय योजना के तहत हर घर नल का जल योजना में प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा अभिरुचि नहीं ली जा रही है.
उप विकास आयुक्त द्वारा प्रतिवेदित किया गया है कि लखनौर प्रखंड के विभिन्न ग्राम पंचायत में नल जल योजना का स्थल निरीक्षण किया गया और पाया गया कि इस योजना के क्रियान्वयन में प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा सही ढंग से अनुश्रवण एवं स्थल निरीक्षण भी नहीं किया गया है जिस कारण योजना की सार्थकता प्रभावित हुई है.
उच्चाधिकारी को दी गयी गलत जानकारी
लखनौर प्रखंड के ग्राम पंचायत लौफा में क्रियान्वित नल जल योजना के संबंध में दिनांक 07 जून 2019 को मोबाइल पर जानकारी लेने के क्रम में प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि 150 घरों में नल जल हुआ है और करीब 100 घरों में लगाना शेष रह गया है. पर बाद में पुनः दिनांक 09 जून को प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि स्थल निरीक्षण के क्रम में करीब 150 घरों में नल लगाने की आवश्यकता है. पर 12 जून को उप विकास आयुक्त द्वारा निरीक्षण किया गया और पाया गया कि स्थल पर मात्र बोरिंग किया गया है. लौफा पंचायत के वार्ड 14 में एक भी नल नहीं लगा पाया गया.
स्थल पर 6-7 मजदूर खुदाई कर पाइप बिछाने का कार्य कर रहे थे. इस तरह प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा गलत बयानी करना उनकी स्वेच्छाचारिता का परिचायक है. वरीय पदाधिकारी को दिग्भ्रमित करने का कार्य किया गया है जो एक पदाधिकारी के मर्यादा के प्रतिकूल है. डीएम ने कहा है कि निरीक्षण के क्रम में स्थानीय लोगों द्वारा उप विकास आयुक्त को बताया गया कि मुख्यमंत्री द्वारा नल जल योजना का शिलान्यास किया गया. लेकिन लंबे समय बीत जाने के बाद भी नल का जल नसीब नहीं हो रहा है.
प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा इसे काफी हल्के ढंग से लिया गया. इस योजना में भी प्रखंड विकास पदाधिकारी द्वारा कोई विशेष अभिरूचि नहीं ली गई. उक्त के संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी से स्पष्टीकरण की मांग की गई, जो अब तक अप्राप्त है. अनुमंडल पदाधिकारी, झंझारपुर द्वारा ग्राम पंचायत लौफा के विभिन्न वार्डो का निरीक्षण किया गया और प्रतिवेदित किया गया है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी, लखनौर के द्वारा योजना का क्रियान्वयन में कोई अभिरुचि नहीं ली जा रही है.

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