धड़ल्ले से हो रहा है पाॅलीथिन का उपयोग

लोग नहीं हो रहे जागरूक. कम हुआ प्रशासन का भय मधुबनी :सूबे में पॉलीथिन के उपयोग पर पाबंदी लगने के बावजूद जिले में धड़ल्ले से पॉलीथिन का उपयोग हो रहा है. पॉलीथिन के उपयोग पर पाबंदी लगने के बाद कुछ दिनों तक बाजारों में कपड़े से बने बैग व झोले का उपयोग शुरू कर दिया […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2019 2:21 AM

लोग नहीं हो रहे जागरूक. कम हुआ प्रशासन का भय

मधुबनी :सूबे में पॉलीथिन के उपयोग पर पाबंदी लगने के बावजूद जिले में धड़ल्ले से पॉलीथिन का उपयोग हो रहा है. पॉलीथिन के उपयोग पर पाबंदी लगने के बाद कुछ दिनों तक बाजारों में कपड़े से बने बैग व झोले का उपयोग शुरू कर दिया गया था. सरकारी एवं स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा इसके लिए जगह-जगह जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को पॉलीथिन के उपयोग से हो नुकसान से अवगत कराया था. जगह-जगह छापेमारी भी की गयी.
पॉलीथिन का उपयोग करने वाले दुकानदारों से 5 सौ लेकर 2 हजार रुपये जुर्माना भी वसूला गया. जिसका असर भी दिखने लगा था. पॉलीथिन पर पाबंदी लगने के बड़े से लेकर छोटे दुकानदार व सब्जी बेचने वाले भी पॉलीथिन के थैले का उपयोग करने से परहेज करने लगे थे. लेकिन तीन-चार महीना बीतते ही जागरुकता व छापेमारी अभियान की हवा निकल गयी. नतीजतन जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में धड़ल्ले से पॉलीथिन का उपयोग करने लगे हैं.
झोला लेकर बाजार आने लगे थे लोग. पॉलीथिन के उपयोग पर पाबंदी लगने के बाद लोग जागरुक हो झोला लेकर बाजार आने लगे थे. दुकानदार भी पॉलीथिन के थैले में सामान देना बंद कर दिया था.
बाजार में कपड़े के थैले भी आ गये थे. जो पॉलीथिन के थैले से महंगा होने के बाद भी व्यवहार में आने लगा था. लेकिन तीन से चार महीना बीतते ही बाजार से कपड़े के थैले गायब होने लगे और पॉलीथिन के थैले का उपयोग धड़ल्ले से होने लगा.
जुर्माने का किया गया था प्रावधान. राज्य सरकार ने पॉलीथिन के उपयोग पर पाबंदी लगाने के साथ इसका उपयोग करने वालों एवं बिक्री करने वालों पर 500 से पांच हजार रुपये जुर्माना लगाने का प्रावधान किया था. जिसमें पॉलीथिन का उपयोग करने वालों से 500 व बिक्री करने वालों से 500 हजार रुपये वसूलने का निर्णय लिया गया था.

Next Article

Exit mobile version