एनजीओ के सफाई कर्मी नहीं कर रहे काम, चारों तरफ फैली गंदगी

मधुबनी : पिछले एक सप्ताह से शहर की साफ सफाई व्यवस्था चरमरायी हुई है. नप कर्मियों के साथ साथ एनजीओ के सफाई कर्मी भी हड़ताल पर चले गये थे. जिसके कारण साफ सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप है. हालांकि 9 सितंबर को नप कर्मियों का हड़ताल समाप्त हो गया था. लेकिन एनजीओ के सफाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 13, 2019 1:27 AM

मधुबनी : पिछले एक सप्ताह से शहर की साफ सफाई व्यवस्था चरमरायी हुई है. नप कर्मियों के साथ साथ एनजीओ के सफाई कर्मी भी हड़ताल पर चले गये थे. जिसके कारण साफ सफाई व्यवस्था पूरी तरह से ठप है. हालांकि 9 सितंबर को नप कर्मियों का हड़ताल समाप्त हो गया था. लेकिन एनजीओ के सफाई मजदूर हड़ताल पर हैं.

हालांकि एनजीओ के मजदूरों ने मुहर्रम पर्व को देखते हुए 9 सितंबर की रात में साफ सफाई की थी. लेकिन उसके बाद काम नहीं किया है. जिसके कारण शहर में 50 टन से अधिक कचरा जमा हो गया है. इधर नगर परिषद द्वारा शहर में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत साफ सफाई शुरू किया गया है. लेकिन उसके पास इतनी संख्या में स्थायी सफाई मजदूर नहीं हैं कि पूरे शहर में साफ सफाई कराया जा सके. गौरतलब हो कि नप के 40 स्थायी सफाई कर्मी है. जबकि एनजीओ के 100 से अधिक सफाई मजदूर प्रतिदिन शहर में साफ सफाई करते है.
मजदूरी बढ़ाने की मांग. नगर परिषद में साफ सफाई का काम देख रहे एनजीओ के सफाई का काम देख रहे एनजीओ के सफाई मजदूरों ने साफ सफाई ठप कर दी है. मजदूरों का कहना है कि महंगाई बढ़ती जा रही है, लेकिन एनजीओ द्वारा मजदूरी नहीं बढ़ायी जा रही है. जब तक मजदूरी नहीं बढ़ायी जायेगी. तब तक काम ठप रखा जायेगा.
पर्व में भी नहीं हो सकी सफाई
शहर में मुहर्रम पर्व में भी सफाई नहीं हो सकी. वहीं उसी दिन से शहर के सूड़ी हाई स्कूल व काली मंदिर परिसर में 10 दिवसीय इंद्र पूजनोत्सव शुरू है. शहर के हर गली व सड़क पर कचरा फैला हुआ है. जबकि इस पूजनोत्सव में हजारों श्रद्धालु भगवान के दर्शन करने तथा मेला घूमने पहुंचते हैं. गंदगी के कारण आये श्रद्धालुओं को परेशानी होती है.
वैक्लपिक व्यवस्था की पहल
नप के कार्यपालक पदाधिकारी आशुतोष आनंद चौधरी ने कहा कि नप के सफाई कर्मियों से सफाई करायी जा रही है. एनजीओ को शीघ्र सफाई शुरू कराने का निर्देश दिया गया है.

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