सार्वजनिक तालाबों को कराया जायेगा अतिक्रमणमुक्त : सीएम
मधेपुर (मधुबनी) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन चिंता का विषय है. इसके लिए यह जरूरी है कि अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाये जायें और जल को संरक्षित करने की पहल हो. सार्वजनिक तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा. मधेपुर के बरियरबा गांव स्थित जयदेव सल्हैता प्लस टू […]
मधेपुर (मधुबनी) : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन चिंता का विषय है. इसके लिए यह जरूरी है कि अधिक से अधिक संख्या में पौधे लगाये जायें और जल को संरक्षित करने की पहल हो. सार्वजनिक तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराया जायेगा. मधेपुर के बरियरबा गांव स्थित जयदेव सल्हैता प्लस टू उच्च विद्यालय में आयोजित जनसभा में मुख्यमंत्री ने हरियाली बचाने और जल संरक्षण पर जोर दिया.
साथ ही लोगों को भरोसा दिलाया कि बाढ़ की क्षति से बचाने के लिए सरकार तत्पर है. नीतीश ने कहा कि मिथिलांचल में तालाबों की संख्या अधिक थी. पर अब कम होती जा रही है. लोग इसका अतिक्रमण करते जा रहे हैं. कहा कि बीते दिनों दरभंगा में भी जल संकट गहरा गया था.
यह चिंता का विषय है. भू जल स्तर में लगातार गिरावट हो रही है. इसे ठीक करने के दिशा में सबों को पहल करनी है. कहा कि सार्वजनिक तालाबों को अतिक्रमणमुक्त किया जायेगा. सार्वजनिक कुंआ, नलकूप के किनारे सोख्ता बनाया जायेगा, ताकि जल संचय हो सके. गया में जल संकट सबसे गंभीर रहता है.
हमने यह योजना बनायी है कि बाढ़ के दौरान चार माह में गंगा के पानी को व्यवस्थित कर गया की ओर ले जाया जाये ताकि वहां के लोग सालों भर पानी का उपयोग कर सकें. उन्होंने कहा कि विकास के लिए कभी काम करने से पीछे नहीं रहेंगे. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार से झारखंड के अलग करने के बाद यहा पर हरित आवरण क्षेत्र सिर्फ नौ फीसदी था. हरियाली मिशन योजना के तहत हमारी सरकार ने 24 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा था.
अब तक 18 करोड़ पौधे लग गये हैं. इससे आंकड़ा 15 फीसदी तक पहुंचा है पर हमें इसे और आगे बढ़ा कर 17 फीसदी तक ले जाना है. उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से खेती प्रभावित हो रही है. इसके लिए भी योजना बना रहे हैं. यह देखा जायेगा कि किस मौसम में किस क्षेत्र के लिए कौन सी फसल बेहतर हो सकती है.
पराली न जलाएं
मुख्यमंत्री ने लोगों को खेती के बाद फसल अवशेष को जलाने पर मनाही करते हुए कहा कि इससे पर्यावरण अधिक प्रदूषित होता है. इसे बंद करना होगा. वहीं बिजली की खपत आवश्यकता से अधिक नहीं करने की सलाह दी. कहा कि धीरे धीरे हम अक्षय ऊर्जा यानि कि सौर ऊर्जा की ओर बढ़ रहे हैं. सभी सरकारी भवनों पर सोलर प्लेट लगाये जायेंगे
शराबबंदी से मिल रहा महिलाओं को फायदा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देखने व उन्हें सुनने हजारों की संख्या में महिला व पुरूष पहुंचे थे. महिलाओं ने नीतीश कुमार की जय के नारे भी लगाये. महिलाओं की संख्या देखकर मुख्यमंत्री भी काफी खुश दिखे. उन्होंने कहा कि मां-बहनों का इतनी संख्या में पहुंचना शराबबंदी कानून की वजह से संभव हो सका है. पहले शराब का सेवन करने के बाद महिलाओं को प्रताड़ित होना पड़ता था.
अब हालत ये है कि घर में पैसे के साथ सम्मान मिल रहा है. उन्होंने कहा कि प्रजनन की दर को कम करने के लिए महिलाओं को शिक्षित होना जरूरी है. इसे देखते हुए सूबे की प्रत्येक पंचायत में हाइ स्कूल खोला गया है. जब सरकार का कार्यभार संभाला था, 4 प्रतिशत से ज्यादा प्रजनन दर थी. इसे कम कर 3 प्रतिशत लाया गया है. इसे दो प्रतिशत पर लाने के लिए वे कार्य कर रहे हैं.