बीएसएनएल के 22 कर्मियों ने वीआरएस के लिए दिया आवेदन
मधुबनी : घाटे में चल रही बीएसएनएल को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बीएसएनएल कर्मियों के लिए लाये गए वीआरएस स्कीम का लाभ पाने के लिए होड़ मची हुई है. केंद्र सरकार बीएसएनएल कर्मियों के लिए वीआरएस स्कीम के तहत 3 नवंबर से 3 दिसंबर तक ऑन लाइन आवेदन मांगा है. जिले […]
मधुबनी : घाटे में चल रही बीएसएनएल को पटरी पर लाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बीएसएनएल कर्मियों के लिए लाये गए वीआरएस स्कीम का लाभ पाने के लिए होड़ मची हुई है. केंद्र सरकार बीएसएनएल कर्मियों के लिए वीआरएस स्कीम के तहत 3 नवंबर से 3 दिसंबर तक ऑन लाइन आवेदन मांगा है. जिले में अब तक दो अधिकारियों सहित कुल 22 कर्मियों ने वीआरएस स्कीम के तहत स्वेच्छा से सेवानिवृत्त होने के लिए आवेदन दिया है.
टीडीएम सुमन कुमार झा ने कहा कि 22 लोगों के आवेदन में से एक कर्मी ने अपना आवेदन वापस ले लिया है. उन्होंने कहा कि वीआरएस के आवेदन के समय यह भी प्रावधान है कि आवेदन के बाद आवेदन वापसी भी निर्धारित तिथि से पहले ली जा सकती है.
योजना से कर्मियों को मिलेगा लाभ.
बीएसएनएल के वीआरएस स्कीम योजना का वैसे कर्मियों को लाभ मिलेगा जिनकी सेवा अवधि पांच वर्ष से या उससे कम बची है. जानकारी के अनुसार वीआरएस लेने के लिए केंद्रीय सरकार ने 29 हजार करोड़ के बजट का प्रावधान किया है. कर्मियों को गैच्यूटी, पेंशन के अलावे एक्सग्रेसिया राशि कर्मियों को प्रदान की जायेगी. जिनकी नौकरी 5 वर्ष से अधिक बची हुई है उन्हें इस स्कीम में सेवानिवृत्ति पर घाटा होने का अंदाजा बीएसएनएल कर्मियों को है. टीडीएम ने बताया कि बीएसएनएल की यह योजना 31 जनवरी 2020 से लागू होगी.
100 में 22 कर्मी लेंगे वीआरएस
मधुबनी बीएसएनएल में 87 तकनीकी सहायक एवं 13 तकनीकी पदाधिकारी मिला कर 100 कर्मी कार्यरत हैं. इनमें से तीन कर्मी 31 दिसंबर तक सेवानिवृत्त हो जायेंगे. इन कर्मियों में एक एसडीओ, एक जूनियर इंजीनियर, 17 दूरसंचार तकनीकी सहायक एवं टेलकम टेक्निशयन, एक दूरसंचार मिस्त्री ने वीआरएस के लिए आवेदन दिया है. एक तकनीकी सहायक ने आवेदन वापस कर लिया है.