मॉब लिंचिंग : पूर्व मुखिया की हत्या, भाग रहे एक अपराधी को उग्र लोगों ने मार डाला

मधुबनी के बासोपट्टी थाने के मढ़िया गांव की घटना दो बाइकों पर सवार चार बदमाशों ने पूर्व मुखिया पर की अंधाधुंध फायरिंग बासोपट्टी/हरलाखी (मधुबनी) : बासोपट्टी थाने के मढ़िया गांव के पूर्व मुखिया पवन यादव की अपराधियों ने रविवार की सुबह गोली मारकर हत्या कर दी. पूर्व मुखिया की हत्या कर भाग रहे एक अपराधी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 23, 2019 7:15 AM
मधुबनी के बासोपट्टी थाने के मढ़िया गांव की घटना
दो बाइकों पर सवार चार बदमाशों ने पूर्व मुखिया पर की अंधाधुंध फायरिंग
बासोपट्टी/हरलाखी (मधुबनी) : बासोपट्टी थाने के मढ़िया गांव के पूर्व मुखिया पवन यादव की अपराधियों ने रविवार की सुबह गोली मारकर हत्या कर दी. पूर्व मुखिया की हत्या कर भाग रहे एक अपराधी को आक्रोशित लोगों ने पकड़ लिया व पीट-पीटकर मार डाला. घटना के बाद से गांव के लोगों में आक्रोश है.
सुबह से देर शाम तक लोगों ने पूर्व मुखिया के शव को पोस्टमार्टम के लिए नहीं ले जाने दिया. लोग एसपी के घटनास्थल पर आने व घटना में शामिल अन्य अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे. घटना रविवार सुबह नौ बजे की है. पूर्व मुखिया पवन यादव को अपराधियों ने बीते 12 जून को भी गोली मारी थी, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गये थे. जानकारी के अनुसार पवन यादव गांव के ही बछराजा नदी चौक पर ग्रामीण राजवीर यादव की दुकान में चाय पीने गये थे. चाय पीने के बाद जैसे ही वह दुकान से बाहर निकले दो बाइकों पर सवार अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी.
बताया जा रहा है कि कम से कम चार गोलियां पवन को लगीं. गर्दन, कमर के अलावा दो गोलियां उनके सिर में भी लगी, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. ताबड़तोड़ फायरिंग होता देख मौके पर मौजूद लोग भागने लगे. वहीं भागने के दौरान एक अपराधी बाइक पर नहीं चढ़ सका और वह पैदल ही भागने लगा.
जबकि, अन्य अपराधी बाइक लेकर भाग निकले. पैदल भाग रहे अपराधी का लोगों ने पीछा करना शुरू किया. करीब एक किलोमीटर दूर पंचरंत गांव के शिवहर टोला स्थित एक बगीचे से उसे पकड़ कर पंचरंत चौक लाया गया, जहां आक्रोशित लोगों ने पीट-पीटकर उसे मार डाला.
12 जून को भी बदमाशों ने मारी थी गोली
आक्रोशित लोगों ने पुलिस को खदेड़ा
सूचना पर बासोपट्टी थाने की पुलिस मढिया गांव पहुंची, लेकिन ग्रामीणों ने खदेड़कर भगा दिया. इसके बाद स्थानीय बुद्धिजीवियों की पहल पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंची व अपराधी के शव को थाने भेजा.
बाद में जयनगर डीएसपी सुमित कुमार भी पहुंचे. उन्होंने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया, लेकिन आक्रोशित लोग एसपी के आने पर ही पूर्व मुखिया के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने देने पर अड़े थे. लोगों का कहना था कि बीते 12 जून को भी इसी प्रकार उन पर अपराधियों ने फायरिंग की थी. काफी इलाज कराने के बाद उनकी जान बची थी.

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