पैथ लैब में टेक्नीशियन करते हैं जांच व हस्ताक्षर
मधुबनी : पैथ लैब में जांच की आड़ में मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. इसमें न सिर्फ पैथ लैब संचालक शामिल हैं, बल्कि कई सरकारी व प्राइवेट चिकित्सक भी प्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं.प्रभात खबर डिजिटल प्रीमियम स्टोरीJayant Chaudhary: क्या है ऑरवेलियन-1984, जिसका मंत्री जयंत चौधरी ने किया है जिक्रJustice Yashwant […]
मधुबनी : पैथ लैब में जांच की आड़ में मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है. इसमें न सिर्फ पैथ लैब संचालक शामिल हैं, बल्कि कई सरकारी व प्राइवेट चिकित्सक भी प्रत्यक्ष रूप से शामिल हैं.
आलम यह है कि शहर के जिन दस पैथ लैब को स्वास्थ्य विभाग ने वैध करार दिया है, उनमें से अधिकांश में न सिर्फ खून व पेशाब की जांच टेक्नीशियन करते हैं बल्कि रिपोर्ट भी वही तैयार करते हैं. कहीं पर चिकित्सक के नाम के सामने संचालक हस्ताक्षर करते हैं तो कहीं पर खुद सरकारी चिकित्सक ही अपना हस्ताक्षर स्कैन कर पैथ लैब संचालकों को दे दिये हैं.
फिर उस हस्ताक्षरयुक्त स्कैन रिपोर्ट पर टेक्नीशियन जो चाहें वह लिख सकते हैं. कहने का मतलब यह कि चिकित्सक न तो रिपोर्ट देखते हैं और न ही जांच के दौरान उपस्थित रहते हैं. प्रभात खबर की टीम ने शहर के वैध दस पैथ लैबों में से कुछ पैथ लैब की पड़ताल की, इसमें जो तथ्य सामने आया वह चौंकाने वाला है.