टोला सेवकों और सेविकाओं ने करायी परीक्षा

शिक्षक संघों का दावा मैट्रिक की परीक्षा के दौरान सफल रही शिक्षकों की हड़ताल शहर में जगह-जगह सड़क जाम में फंसकर कराहते रहे लोग नाकाफी रही शहर में ट्रैफिक कंट्रोल की व्यवस्था मधुबनी : शिक्षकों की बेमियादी हड़ताल के बाबजूद शुरू हुई बिहार बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा प्रशासनिक सक्रियता के कारण शांतिपूर्ण रही. शिक्षक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 18, 2020 1:45 AM

शिक्षक संघों का दावा मैट्रिक की परीक्षा के दौरान सफल रही शिक्षकों की हड़ताल

शहर में जगह-जगह सड़क जाम में फंसकर कराहते रहे लोग
नाकाफी रही शहर में ट्रैफिक कंट्रोल की व्यवस्था
मधुबनी : शिक्षकों की बेमियादी हड़ताल के बाबजूद शुरू हुई बिहार बोर्ड की मैट्रिक की परीक्षा प्रशासनिक सक्रियता के कारण शांतिपूर्ण रही. शिक्षक संघों की बेमियादी हड़ताल केअसर होने के बाद भी परीक्षा संचालन व्यवस्था निर्बाध रही. परीक्षा केंद्रों में वीक्षकों की कमी को टोला सेवकों, तालीमी मरकजों एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं से पूरा किया गया.
शिक्षकों की हड़ताल के मद्देनजर शिक्षा विभाग ने पहले ही टोला सेवकों, तालीमी मरकजों एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं को पिछले शनिवार और रविवार को वीक्षण कार्य को वीक्षण कार्य का ट्रेनिंग देकर परीक्षा ड्यूटी में लगाने की तैयारी कर ली थी. डीईओ नसीम अहमद के अनुसार जिले के 66 परीक्षा केंद्रों पर 4412 वीक्षकों को लगाया गया है. जिसमें से 586 वीक्षक टोला सेवक व तालिमी मरकज हैं. जबिक 272 आंगनबाड़ी सेविकाओं को वीक्षण के कार्य में लगाया गया है.
नतीजतन मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन स्थानीय जिला प्रशासन को परीक्षा केंद्रों पर वीक्षकों की कमी का सामना नहीं करना पड़ा. परीक्षा को लेकर स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंजाम किये थे. जिले के परीक्षा केंद्रों पर 66 दंडाधिकारी, 66 पुलिस पदाधिकारियों के साथ पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सभी थानाध्यक्षों को अलर्ट कर दिये जाने परीक्षा के दौरान शांति व्यवस्था बनी रही.
शिक्षकों की बरकरार रही एकजुटता : बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के जिला को-ऑर्डिनेटर महादेव मिश्र ने कहा है कि जिले के सभी प्रारंभिक स्कूल बंद रहा. शिक्षकों ने एकजुटता का परिचय देते ही जिले के शिक्षक मैट्रिक की परीक्षा के दौरान वीक्षण कार्य से अलग रहे. शिक्षक सरकार के किसी दवाब में नहीं आयेंगे. मांग पूरा होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा.
शांतिपूर्ण शुरू हुई मैट्रिक की परीक्षा : सदर एसडीओ सुनील कुमार सिंह ने कहा है कि कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार को शांतिपूर्ण वातावरण में मैट्रिक की परीक्षा शुरू हुई. कदचारमुक्त परीक्षा संचालन के लिए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है.
परीक्षार्थियों के आने से दिनभर जाम रही शहर की सड़कें : मधुबनी. जिला मुख्यालय में 20 हजार से अधिक परीक्षार्थियों व उनके अभिभावकों के आने से शहर की सभी मुख्य सड़कें सोमवार को दिनभर जाम रहा. सकरी-मधुबनी मुख्य मार्ग पर समाहरणालय के पास, आरके कॉलेज जानेवाली सड़क, जेएन कॉलेज रोड, महिला कॉलेज रोड, स्टेशन चौक लेकर सभी चौक-चौराहा सोमवार को जाम की चपेट में रहा.
जाम में फंसे लोगों को खोजने पर भी अपने गंतव्य के लिए वैकल्पिक मार्ग नहीं मिल रहे थे. दिनभर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था चरमरायी रही. नतीजतन समाहरणालय के सामने तो एक एंबुलेंस जाम में फंस गयी. जिसे निकालने के लिए पुलिस व वाहन चालक को काफी मशक्कत करना पड़ा. यही हाल सदर अस्पताल जाने वाले मरीजों की भी हुई.
सड़क जाम में फंसे परिजनों को अपने मरीज को सदर अस्पताल पहुंचाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. शहर में ट्रैफिक व्यवस्था बहाल रखने की प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह नाकाम होते दिखी. शहर की ट्रैफिक व्यवस्था संभालने की जिम्मा उठाये तकरीबन दो दर्जन बिहार पुलिस व होमगार्ड के जवान सड़क जाम हटाने में नाकाफी साबित होते दिखे. जिसका खामियाजा शहर के लोगों को भी भुगतना पड़ा.
समाहरणालय के सामने जाम में अपनी बाइक के साथ फंसे मनोहर पासवान ने कहा कि जब पहले से पता था कि मैट्रिक की परीक्षा में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं व उनके अभिभावक आनेवाले हैं तो पहले से ट्रैफिक कंट्रोल की व्यवस्था क्यों नहीं की गयी. वहीं स्टेशन चौक पर जाम में फंसी सुनीता देवी ने कहा है कि अपनी सास के लिए दवा लाने जा रही हूं. आधे घंटे से जाम में फंसी हूं. फिर भी यहां से निकलने का रास्ता नहीं मिल रहा है.

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