कोरोना के दो संदिग्ध मरीजों को सर्विलांस पर रखा
कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्रीय टीम लेगी जायजा सात प्रखंडों की 13 इंट्री प्वाइंटपर लगाया गया है मेडिकल कैंप नोवेल कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य महकमा है अलर्ट पर मधुबनी : जिला के नेपाल सीमा से लगे क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग नोवेल कोरोना वायरस को लेकर पूरी सर्तकता बरत रही है. इंडो नेपाल […]
कोरोना वायरस से बचाव के लिए केंद्रीय टीम लेगी जायजा
सात प्रखंडों की 13 इंट्री प्वाइंटपर लगाया गया है मेडिकल कैंप
नोवेल कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य महकमा है अलर्ट पर
मधुबनी : जिला के नेपाल सीमा से लगे क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग नोवेल कोरोना वायरस को लेकर पूरी सर्तकता बरत रही है. इंडो नेपाल बार्डर से सटे 7 प्रखंडों के 13 इंट्री प्वाइंट पर एसएसबी के सहयोग से 13 मेडिकल टीम 30 जनवरी से तैनात किया गया है. इन मेडिकल टीम द्वारा 15 फरवरी तक नेपाल से आने जाने वाले 9 हजार 586 व्यक्तियों का स्क्रीनिंग किया गया है.
नोवेल कोरोना वायरस की जिला द्वारा किये गये तैयारी का जायजा लेने भारत सरकार के दो सदस्यी केंद्रीय टीम मंगलवार को नेपाल सीमा इंट्री प्वाइंट का निरीक्षण करेंगे. इस टीम को डॉ वेद प्रकाश व डॉ केतकी शर्मा शामिल है. उक्त टीम द्वारा सीमावर्ती क्षेत्रों में स्वास्थ्य गतिविधियों का जायजा लेंगे.
आइडीएसपी के इपिडेमियोलाजिस्ट अनिल कुमार चक्रवर्ती ने बताया कि जिला के मधवापुर प्रखंड के मधवापुर वार्ड नंबर 4 निवासी 26 वर्षीय कुणाल कुमार पांडेय जो दो फरवरी को भाया कोलकाता चीन के नूनचांग प्रांत से आये थे. वहीं मधवापुर वार्ड नंबर 3 निवासी 26 वर्षीय रजत साह वाया काठमांडू से एक फरवरी को चीन के ही चांजशा प्रांत से आये थे. श्री चक्रवर्ती ने बताया कि दोनों संदिग्ध व्यक्तियों को होम आइसोलेशन कर आइडीएसपी द्वारा निगरानी में रखा गया.
14 दिनों के फालोअप व जांच के बाद दोनों व्यक्ति सुरक्षित है. लेकिन उन्हें 14 दिन और निगरानी में रखा जायेगा. वहीं उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा चीन के ही विभिन्न प्रांत से जिला के भौआड़ा व बिस्फी के पांच यात्रियों को आइसोलेशन कर आइटीबीपी कैंप दिल्ली में रखा गया है. उन्होंने कहा कि आइडीएसपी संबंधित पांचों मरीजों का फालोअप कर रहा है. साथ ही पांच मरीजों के घर लौटने पर पुन: जांच कर निगरानी में रखा जायेगा.
पीपीइ कीट व इंफ्रारे थर्मामीटर कराया गया उपलब्ध : नोवेल कोरोना वायरस के संदिग्ध मरीजों की जांच एवं निगरानी करने वाले चिकित्सक व कर्मियों के लिए पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्युपमेंट भी सरकार द्वारा आइडीएसपी को उपलब्ध कराया गया है. साथ ही संदिग्ध मरीजों का तापमान जांच करने के लिए इंफ्रा रे थर्मामीटर भी उपलब्ध कराया गया है.
इपिडेमियोलॉजिस्ट ने कहा कि इंफ्रा रे थर्मामीटर से 15 एमएस से 50 एमएम के दूरी से ही शरीर का तापमान लिया जा सकता है. इस थर्मामीटर को शरीर से टच करने की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने बताया कि सदर अस्पताल के नशा मुक्ति केंद्र को आइशोलेशन वार्ड बनाया गया है. नोवेल कोरोना वायरस को लेकर जिला स्तर पर डीडीसी की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है.