लड़कियों के मोबाइल जींस पर लगायी रोक

।। सुनील कुमार ।। जयनगर (मधुबनी) : जयनगर के शीलानाथ गांव की लड़कियों के लिए मोबाइल व जींस का प्रयोग बैन कर दिया गया है. यहां के ग्रामीणों ने इस आजादी पर अब पाबंदी लगा दी है. दुल्लीपट्टी पंचायत में आने वाले शीलानाथ गांव में विगत दिनों क्षेत्रीय महासंघ का गठन किया गया. 14 सदस्यीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 16, 2013 1:47 PM

।। सुनील कुमार ।।
जयनगर (मधुबनी) : जयनगर के शीलानाथ गांव की लड़कियों के लिए मोबाइल व जींस का प्रयोग बैन कर दिया गया है. यहां के ग्रामीणों ने इस आजादी पर अब पाबंदी लगा दी है. दुल्लीपट्टी पंचायत में आने वाले शीलानाथ गांव में विगत दिनों क्षेत्रीय महासंघ का गठन किया गया.

14 सदस्यीय टीम वाली इस समिति का अध्यक्ष राम विनोद सिंह को बनाया गया. महासंघ के सदस्यों ने बैठक में गांव की लड़कियों को मोबाइल लेकर स्कूल, कॉलेज जाने, जींस पहनने, शादी-विवाह या अन्य अवसरों पर नाचने-गाने पर पूरी तरह पाबंदी लगाने का फैसला लिया.

यही नहीं इस निर्णय को पंचायत के मुखिया लक्ष्मी मंडल व सरपंच भोगी मंडल ने भी समर्थन किया है. इस निर्णय के पीछे उनका तर्क है कि आये दिन महिलाओं के साथ छेड़खानी, बलात्कार की घटनाएं घट रही है. जिसमें लड़कियों द्वारा मोबाइल लेकर विद्यालय जाना, जींस व अन्य भड़कीले वस्त्र पहनना काफी अहम भूमिका निभाता है.

पूर्व के समय में महिलाएं परदे के पीछे रहती थी जिससे इस प्रकार की घटनाएं नहीं होती थी. अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए पंचायत के मुखिया लक्ष्मी मंडल ने कहा कि शीलानाथ गांव में गठित समिति का निर्णय सही है. इससे महिलाओं के साथ हो रही घटनाओं पर रोक लगेगी.

वहीं सरपंच भोगी मंडल ने बताया है कि समिति का निर्णय स्वागत योग्य है. यदि ऐसा निर्णय हर गांव में हो जाय तो बलात्कार व छेड़खानी की घटना काफी हद तक थम जायेगी. हालांकि समिति के इस निर्णय पर कई लोगों ने आपत्ति भी जतायी है. पंचायत समिति सदस्य राजेश झा ने कहा है कि यह लड़कियों की स्वतंत्रता पर रोक लगाना है. इससे अपराध पर अंकुश लगने की कल्पना भी बेमानी है.

बच्चों को परिवार से अच्छे संस्कार मिले तो वे किसी भी परिस्थिति में सही ही रहेगी. वहीं इंजीनियरिंग के छात्र सौरभ सिंह ने कहा है कि सोच में परिवर्तन लाना आवश्यक है. समिति का यह निर्णय छात्रों को पढ़ाई व विकास से दूर ले जायेगा.

* जयनगर के शीलानाथ गांव में लिया गया निर्णय
* पंचायत के मुखिया व सरपंच का भी समर्थन
* कहा, इससे रुकेंगी बलात्कार व छेड़खानी की घटनाएं

Next Article

Exit mobile version