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राइस मिलर गटक गये 40 करोड़
मधुबनी : वित्तीय वर्ष 11-12 एवं 12-13 में धान अधिप्राप्ति मद का करीब 40 करोड़ रुपये का चूना राइस मिलरों ने विभाग को लगा दिया है. राज्य खाद्य निगम के अनुसार वित्तीय वर्ष 11-12 का 18 करोड़ 30 लाख 12 हजार 576 रुपये इन राइस मिलरों पर बकाया है. जबकि 12-13 का 20 करोड़ 67 […]
मधुबनी : वित्तीय वर्ष 11-12 एवं 12-13 में धान अधिप्राप्ति मद का करीब 40 करोड़ रुपये का चूना राइस मिलरों ने विभाग को लगा दिया है. राज्य खाद्य निगम के अनुसार वित्तीय वर्ष 11-12 का 18 करोड़ 30 लाख 12 हजार 576 रुपये इन राइस मिलरों पर बकाया है. जबकि 12-13 का 20 करोड़ 67 लाख 13 हजार 541 रुपये बकाया है.
विभाग ने की अनदेखी
राइस मिलरों को धान देने में विभाग द्वारा व्यापक तौर पर अनदेखी किये जाने की बात सामने आ रही है. तत्कालीन राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक ने वित्तीय वर्ष 11-12 के बकायेदार राइस मिल मालिकों को वर्ष 12-13 में भी व्यापक तौर पर धान दिया. इस कारण करीब 25 राइस मिलरों के पास 40 करोड़ के करीब बकाया रह गया है.
ये हैं बकायेदार
राज्य खाद्य निगम से प्राप्त सूची के अनुसार वित्तीय वर्ष 11-12 एवं 12-13 के बकायेदारों में साई राइस मिल पटना, मां दुर्गा राइस मिल, हनुमान राइस मिल, गणोश लक्ष्मी फूड इंटस्ट्रीज, श्रीराम राइस मिल, शंकर उद्योग भंडार, शारदा राइस मिल, गणोश फूड प्रोसेसिंग, लक्ष्मी फूड इंडस्ट्रीज, मां जानकी राइस मिल, ममता मॉर्डन राइस मिल, कुमार राइस मिल, साधना राइस मिल, केपी गुप्ता राइस मिल, जय अंबे मिनी राइस मिल, आदि शक्ति राइस मिल, जानकी राइस मिल, आरएन राइस मिल, बेतौना पैक्स मिल, गणपति राइस मिल, दुर्गा राइस मिल, विंध्यावासिनी राइस मिल, कुबेर राइस मिल, सागर राइस मिल सहित अन्य मिलर शामिल है.
क्या कहते हैं अधिकारी
राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक मो गुलाब हुसैन ने बताया हैं कि सभी बकायेदारों पर राशि वसूलने के लिए दबाव बनाया जा रहा है. स्थिति से वरीय अधिकारी को भी अवगत करा दिया गया है.
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