मधुबनीः मधुबनीगोली कांड की न्यायिक जांच कर रहे आयोग ने छठे चरण की सुनवाई शुक्रवार को की. पीडब्लूडी निरीक्षण भवन में बने अस्थायी न्यायालय में छह गवाहों की पेशी थी जिनमें पांच गवाहों ने जस्टिस उदय सिन्हा के समक्ष अपनी गवाही. प्रवीण कुमार गवाही देने आयोग के समक्ष उपस्थित नहीं हुए.
आयोग द्वारा उन्हें दुबारा सम्मान भेजा जायेगा. सुबह 10.30 बजे न्यायिक आयोग ने कार्यवाही प्रारंभ की. पहले गवाह के रूप में एस के जयपुरिया ने अपनी गवाही आयोग के समक्ष दी. आयोग के समक्ष गवाही देने वालों में राजेश मिश्र, लाल बाबू यादव, रोहित मंडल एवं राजा बाबू शामिल थे.गोली कांड में गोली के शिकार हुए लाल बाबू यादव ने आयोग के समक्ष दिये बयान में जस्टिस सिंहा को बताया कि वह रजिस्ट्री ऑफिस के पास अपने भाई के पान की दुकान पर खड़ा था. कि उसने देखा कि उपद्रवी तत्वों एवं पुलिस के बीच हो हल्ला हो रहा था इसी बीच अचानक एक गोली उसके पांव में घुटने के पास आकर लगी, इसके बाद वह अचेत हो गया. उसने आयोग को बताया कि गोली पुलिस अथवा उपद्रवियों में किसकी थी यह उसने नहीं देखा. 13 अक्टूबर को डीएमसीएच के इंमरजेंसी वार्ड में भरती था.
न्यायिक आयोग में पेश हुए गवाहों के साथ आयोग के वकील अरूण चोंगदार, विनोद जी वर्मा पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता रमाकांत शर्मा विशेष लोक अभियोजक मिथिलेश कुमार झा पूर्व डीएम आदेश तितरमारे, पूर्व एसपी सौरव कुमार व पूर्व एसडीओ अरूण कुमार झा के अधिवक्ता अजीत कुमार सिंहा ने कई सवाल जवाब किये. न्यायिक आयोग की सुरक्षा के लिए अस्थायी न्यायालय परिसर में कार्यपालक दंडाधिकारी सुरेश प्रसाद सिंह, प्रभारी नगर थानाध्यक्ष विंदेश्वरी राम, आरपीराम सहित कई पुलिस कर्मी उपस्थित थे.
प्राचार्य व पूर्व विधायक समेत छह की पेशी आज
आर के कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं पूर्व विधायक राम नरेश पांडेय की गवाही न्यायिक आयोग के समक्ष आज होगी. छठे चरण में तीन दिनों तक चलने वाली न्यायिक आयोग की सुनवाई में दूसरे दिन शनिवार को छह गवाहों को सम्मान भेजा गया है. इनमें प्रधानाचार्य पूर्वविधायक समेत चार सिपाहियों को गवाही देना है.