पत्नी की गला रेत कर हत्या, पति फरार

कलुआही : थाना क्षेत्र के भरतपट्टी गांव में एक विवाहिता की गला रेत कर हत्या कर दी गयी. बताया जाता है कि इस घटना को मृतका लीला देवी के पति अरुण यादव ने ही अंजाम दिया. इसके बाद वह फरार हो गया. घटना रविवार की देर शाम करीब नौ बजे की है. सूचना मिलते ही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2015 8:42 AM
कलुआही : थाना क्षेत्र के भरतपट्टी गांव में एक विवाहिता की गला रेत कर हत्या कर दी गयी. बताया जाता है कि इस घटना को मृतका लीला देवी के पति अरुण यादव ने ही अंजाम दिया. इसके बाद वह फरार हो गया. घटना रविवार की देर शाम करीब नौ बजे की है.
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची कलुआही थाना पुलिस लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर आरोपित पति की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान में जुट गयी है. मृतका को पांच छोटे-छोटे बच्चे दो लड़का व तीन लड़की है. कलुआही थाना में मृतका के भाई कारी यादव के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कराया गया है. वहीं, जिला प्रशासन ने मृतका के सभी पांच बच्चों को आर्थिक मदद देने की बात कही है.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि रविवार की देर शाम करीब नौ बजे मृतका अपने घर में खाना बना रही थी. उसी दौरान उसके पति घर में आये और खाना बना रही मृतका के गरदन पर पीछे से धारदार हथियार से हमला कर दिया्र.
इसके बाद मृतका भागना चाही, तब आरोपी पति ने दोबारा हथियार से उसके चेहरा पर हमला किया. इसी बीच मृतका के 10 वर्षीय पुत्र शंकर यादव ने पिता का प्रतिरोध किया. तब उसे भी मारपीट कर घर से भगा दिया. फिर मृतका की गला रेत कर उसकी हत्या कर दी. इसके बाद हत्यारा पति अरुण घर से फरार हो गया.
घटना के दौरान बच्चों के चिल्लाने पर पड़ोसी लोग दौड़े. तब तक आरोपित फरार हो चुका था. इस घटना में मृतका की मौके पर ही मौत हो गयी. इसके बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. और कलुआही थाना पुलिस देर रात ही घटनास्थल पर पहुंच गयी.
घटना के संबंध में बताया जाता है कि पिछले कुछ दिनों से पति पत्नी के बीच आये दिन झगड़ा होता था. लोगों की माने तो मृतका पति से परिवार चलाने के लिए पैसों की मांग करती थी. पर वह अपने कमाई का अधिकांश हिस्सा शराब में उड़ा देता था. इसको लेकर दोनों के बीच झंझट होता था. छोटे-छोटे पांच बच्चों के परवरिश में काफी परेशानी हो रहा था. ससुराल से मायका में रहने लगने थी. गांव में ही अन्य व्यक्ति के घर में कार्य कर बच्चों का पालन- पोषण करती थी.
मानवीय रिश्तो को तार-तार करने वाली इस घटना से पूरे गांव में आक्रोश है. सबसे विकट उसके छोटे-छोटे बच्चों के भविष्य को लेकर है. सबसे बड़ा शंकर (10) ने अपने मां को मुखागिA दी है. अंजली(8), चांदनी(6)रजनी (4) व पंकज (3) का सब कुछ लूट चुका है.
परवरिश योजना के तहत मिलेगा लाभ
सदर एसडीपीओ कामोद प्रसाद ने बताया कि 5 नाबालिग बच्चों को परवरिश योजना का लाभ मिलेगा. 10 वर्ष के नीचे के बच्चों को 900 रुपये प्रतिमाह एवं 10 वर्ष से ऊपर के बच्चों को 1000 रुपये प्रतिमाह वयस्क (18) तक होने तक यह लाभ मिलेगा. इसकी अनुशंसा उन्होंने की है. हत्यारे के संबंध में डीएसपी ने बताया कि शीघ्र ही उसे गिरफ्तार कर लिया जायेगा.

Next Article

Exit mobile version