भूमि अधिग्रहण बिल किसान हित में नहीं : अली अनवर

मधेपुर : गंगा मां है. यह भारत की संस्कृति व सभ्यता का प्रतीक होने के साथ लोगों की जीवन रेखा है. इसे कमाई का जरिया बनाया जा रहा है. ये बातें राज्यसभा सदस्य अली अनवर ने गुरुवार को मधेपुर प्रखंड के महिसाम गांव स्थित जदयू युवा जिलाध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य जावेद अनवर के आवास […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 10, 2015 7:54 AM
मधेपुर : गंगा मां है. यह भारत की संस्कृति व सभ्यता का प्रतीक होने के साथ लोगों की जीवन रेखा है. इसे कमाई का जरिया बनाया जा रहा है. ये बातें राज्यसभा सदस्य अली अनवर ने गुरुवार को मधेपुर प्रखंड के महिसाम गांव स्थित जदयू युवा जिलाध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य जावेद अनवर के आवास पर प्रेस वार्ता में कहीं.
महागंठबंधन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यह गंठबंधन स्वाभाविक गंठबंधन है. इसमें एक ही परंपरा व वैचारिक रूप के लोग हैं. जबकि भाजपा के साथ जदयू का बेमेल गंठबंधन था. उन्होंने कहा भाजपा ने भूमि अधिग्रहण बिल पेश कर गांव, किसानों एवं खेती पर हमला किया है. इस बिल को उन्होंने काला कानून की संज्ञा देते हुए कहा कि अंगरेज भी इतने क्रूर नहीं थे.
उन्होंने कहा कि यह पेट और प्रतिष्ठा की लड़ाई है. नरेंद्र मोदी उद्योगपतियों एवं कॉरपोरेट घरानों के हितों के लिए काम कर रहे हैं. किसानों की चिंता उन्हें नहीं है. भारत के गांवों में 80 प्रतिशत की आबादी निवास करती है. देश की आबादी बढ़ती जा रही है. जमीन घटती जा रही है. खेती पर संकट उत्पन्न हो रहा है. इतना ही नहीं क्लाइमेट में बदलाव होता जा रहा है. इसका असर कश्मीर में बराबर बाढ़ के रूप में देखा जा रहा है.
इस कारण देश में अनाज संकट पैदा होने की संभावना दिखाई पड़ रही है. उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों के लिए यह चिंता का विषय होना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों को लागत मूल्य के डेढ़ गुना समर्थन मूल्य देने की मोदी की घोषणा हवा हवाई साबित हुई. भूमि अधिग्रहण बिल सहित किसानों के हितों के लिए आरपार की लड़ाई लड़ी जायेगी. इस दौरान जदयू युवा अध्यक्ष जावेद अनवर व सिकंदर परवाना मौजूद थे.

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