बाल हृदय योजना से जिले के 4 बच्चों के हृदय का होगा आपरेशन
हृदय रोग से ग्रसित बच्चों को आवश्यक जांच, इलाज एवं ऑपरेशन के लिए गुरुवार को श्री सत्य साईं हृदय अस्पताल अहमदाबाद भेजा गया.
मधुबनी. स्वास्थ्य विभाग द्वारा हृदय रोग से ग्रसित बच्चों को आवश्यक जांच, इलाज एवं ऑपरेशन के लिए गुरुवार को श्री सत्य साईं हृदय अस्पताल अहमदाबाद भेजा गया. विदित हो कि हृदय में छेद के साथ जन्मे बच्चों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध कराने के लिए बाल हृदय योजना की शुरुआत की गई है. सभी चिह्नित बच्चों के साथ परिजनों को 102 एंबुलेंस के माध्यम से भेजने व वापस ले जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की गई. बच्चों के साथ उनके अभिभावकों को भी भेजा गया. सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित बाल ह्रदय योजना की मदद से इन बच्चों का नि:शुल्क इलाज होगा. बच्चों का पटना स्थित इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी द्वारा आयोजित विशेष शिविर के दौरान चिकित्सक रोग की गंभीरता की जांच करते हैं. आवश्यकता पड़ने पर उनके ऑपरेशन की व्यवस्था अहमदाबाद में की जा जाती है. इस योजना के तहत बच्चों के इलाज व परिजन के आने-जाने के सभी खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाता है. जिले के चार बच्चों को भेजा गया अहमदाबाद बाल हृदय योजना के तहत चिन्हित बच्चे खजौली निवासी राघवेंद्र मल्लिक का पुत्र प्रेम कुमार, फुलपरास निवासी अजय कुमार साफी का पुत्र अमन कुमार, अंधराठाढ़ी प्रखंड के ब्रह्मदेव प्रसाद का पुत्र दिव्यांशु कुमार एवं मधेपुर प्रखंड के प्रमोद राउत की पुत्री रिद्धि कुमारी को दिल में छेद के ऑपरेशन के लिए अहमदाबाद भेजा गया है. राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ. दीपक कुमार गुप्ता ने कहा राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत विभिन्न रोग से ग्रसित 0 से 18 साल के बच्चों के लिये इलाज की व्यवस्था है. इसमें बाल हृदय योजना भी शामिल है. इस योजना के तहत हृदय में छेद सहित विभिन्न तरह के हृदय रोग से ग्रसित बच्चों के नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था है. रोगग्रस्त बच्चों की पहले विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जरूरी जांच की जाती है. फिर जरूरत पड़ने पर उन्हें बेहतर चिकित्सा संस्थान भेजा जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में आने वाला खर्च सरकार वहन करती है. आम लोगों को सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाना चाहिए.