Madhubani News. डेंगू के 4 नये मरीज चिन्हित, मरीजों की संख्या हुई 18
मंगलवार को डेंगू के 4 नये मरीजों के चिन्हित होने के बाद मरीजों की संख्या 18 हो गयी है. मंगलवार को चिन्हित 4 मरीजों में से 2 मरीजों का इलाज एक निजी अस्पताल में जारी है. जबकि 2 मरीज होम ट्रीटमेंट में है.
Madhubani News. मधुबनी. जिले में डेंगू का मरीज बढ रहा है. मंगलवार को डेंगू के 4 नये मरीजों के चिन्हित होने के बाद मरीजों की संख्या 18 हो गयी है. मंगलवार को चिन्हित 4 मरीजों में से 2 मरीजों का इलाज एक निजी अस्पताल में जारी है. जबकि 2 मरीज होम ट्रीटमेंट में है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा 12 मरीजों के घर के 500 परिधि में फागिंग करा दी गई है. वहीं 6 मरीजों के घर पर गुरुवार को फागिंग कराया जाएगा. डेंगू मरीजों की संख्या में इजाफा होने के बाद जिला स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में है. वहीं 25 ऐसे मरीजों को चिन्हित किया गया है जो मूलतः जिला के निवासी हैं. लेकिन इन मरीजों का ट्रैवल हिस्ट्री जिला में नहीं है. जबकि 1 डेंगू मरीज किशुन लाल साह का पीएमसीएच में इलाज के दौरान मौत हो गई. डीवीबीडीसीओ कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों के 12 मरीजों के घर के 500 मीटर की परिधि में स्वास्थ्य विभाग एवं नगर निगम क्षेत्र के 1 मरीज के घर के 500 मीटर परिधि में नगर निगम द्वारा मालाथियान से फागिंग एवं टेमीफास लार्वीसाइडल से छिड़काव किया गया है. ग्रामीण क्षेत्रों के 6 मरीजों के घर के पास 3 अक्टूबर को फागिंग एवं छिड़काव किया जाएगा. डेंगू के मरीजों की संख्या में हो रहे इजाफा को देखते हुए डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने माइकिंग के जरिए लोगों को डेंगू के प्रति जागरूक करने का निर्देश दिया है. उन्होंने डेंगू के एक भी मरीज मिलने पर आसपास के 500 मीटर के परिधि में मालाथियान से फागिंग एवं स्थायी जलजमाव वाले स्थानों पर एंटी लार्वा केमिकल का छिड़काव करने का निर्देश दिया है. यह अभियान ठंड के मौसम आने तक जारी रहेगा. डेंगू के 18 मरीज चिन्हित जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में 22 अगस्त को 2 मरीज, 27 अगस्त को 1, 1 सितंबर को 1, 11 सितंबर को 1, 14 सितंबर को 1, 16 सितंबर को 1, 18 सितंबर को 1,19 सितंबर को 1, 20 सितंबर को 1, 23 सितंबर को 1, 27 सितम्बर को 2 एवं 1 अक्टूबर को 4 मरीजों को चिन्हित किया गया है. क्षेत्रों में रखी जा रही पैनी नजर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. दया शंकर सिंह ने कहा कि डेंगू के रोकथाम के लिए डीएम के निर्देश पर क्षेत्र में पैनी नजर रखी जा रही है. केटीएस वीबीडीएस, बीएचडब्ल्यू एवं बीएचआई द्वारा अपने-अपने आवंटित क्षेत्र में लोगों को डेंगू से संबंधित रोगों के कारण एवं उससे बचने के उपाय का प्रचार प्रसार किया जा रहा है. संदिग्ध मरीजों को जांच के लिए नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा जा रहा है. पॉजिटिव मरीज पाए जाने पर मरीज का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है. पॉजिटिव मरीज के गांव में उनके घर से 500 मीटर रेडियस में टेक्निकल मेलाथियान से फागिंग कराया जा रहा है. इसके साथ ही लार्विसाइडल टेमीफास का छिड़काव किया जा रहा है. डेंगू एवं चिकनगुनिया के रोग, कारण, उपचार एवं सावधानियां के बारे में जानकारी के लिए जिले के 50 सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया है. इसके अलावे स्वास्थ्य विभाग द्वारा जल जमाव एवं गंदगी वाले क्षेत्रों मे एंटी लार्विसाइडल टेमीफास का छिड़काव कराया जा रहा है. यह अभियान ठंड के मौसम आने तक चलता रहेगा. रैपिड रिस्पांस टीम का किया गया है गठन डॉ डीएस सिंह ने कहा कि डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया जैसे गंभीर रोग से निपटने के लिए जिले में रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है. जिला स्तर से लेकर सामुदायिक स्तर पर आमलोगों में इस बीमारी के प्रति जागरूकता व इलाज की सटीक जानकारी देने के साथ आपातकालीन स्थिति से निपटने की जिम्मेदारी इस टीम को दी गयी है. डेंगू के मरीज के अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में मरीज के लिए सदर अस्पताल में 8 बेड, अनुमंडलीय अस्पतालों में 4-4 बेड तथा प्रत्येक सीएचसी एवं पीएचसी में 2-2 बेड आरक्षित किया गया है.
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