ग्रिड में बिजली, पर घर में अंधेरा
विद्युत संकट : शहर में पिक आवर में अक्सर गुल रहती है बिजली, परेशानी बढ़ी मधुबनी : गरमी दिन व दिन बढ़ती जा रही है. शहर में इन दिनों बिजली का बुरा हाल है. पिछले तीन सप्ताह से किसी न किसी इलाके में बिजली चार से छह घंटे तक गायब रहती है. इस वजह से […]
विद्युत संकट : शहर में पिक आवर में अक्सर गुल रहती है बिजली, परेशानी बढ़ी
मधुबनी : गरमी दिन व दिन बढ़ती जा रही है. शहर में इन दिनों बिजली का बुरा हाल है. पिछले तीन सप्ताह से किसी न किसी इलाके में बिजली चार से छह घंटे तक गायब रहती है. इस वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पर रहा है. हमेशा बिजली आने का इंतजार रहता है.
एक तरफ विभाग उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली आपूर्ति का दावा करती है, लेकिन धरातल पर फिलहाल औसतन 15 से 18 घंटे ही बिजली उपभोक्ताओं तक पहुंच रही है. शहर के कई इलाके में घंटों आपूर्ति बाधित रहती है. वह भी पिक आवर में. इससे लोगों को काफी काम प्रभावित होते हैं.
ऐसे में परेशानी बढ़ती जा रही है. पिक आवर में शहर को छह से सात मेगावाट की जरूरत होती है एवं अन्य समय में पांच मेगावाट की खपत शहर में है. मधुबनी पावर सब स्टेशन को ग्रिड से फुल बिजली मिलने की बात कही जा रही है, लेकिन प्रतिदिन उपभोक्ताओं को पांच से छह घंटे ही बिजली नहीं मिल पा रही है. हालांकि इमरजेंसी फीडर से जुड़े उपभोक्ताओं को 21 घंटे तक बिजली मिल रही है, लेकिन कोसी, ओल्ड व न्यू फीडर के उपभोक्ताओं को औसतन 18 घंटे ही बिजली मिल पाती है.
सब स्टेशन में हो रहा काम
पावर सब स्टेशन में पांच मेगावाट की जगह 10 मेगावाट का नया पावर ट्रांसफॉर्मर लगाया गया, लेकिन उससे अब तक बिजली आपूर्ति शुरू नहीं की जा सकी है. जीकेसी कंपनी की ओर से इसे चालू करने के लिए काम किया जा रहा है. इस पावर ट्रांसफॉर्मर के नहीं चालू होने से निर्बाध बिजली आपूर्ति में परेशानी हो रही है. पिक आवर के समय ओल्ड और न्यू फीडर एक साथ चलाने पर बार-बार फ्यूज उड़ जाता है, इसको दुरुस्त करने के लिए पावर सब स्टेशन में कार्य चल रहा है. वहीं किसी किसी एरिया में फ्यूज उड़ने, तार टूटने, जंफर कटने की वजह से भी शटडाउन लेना पड़ता है.
चार फीडरों में बंटी है आपूर्ति
शहर के विभिन्न इलाकों में चार फीडरों में बांट कर बिजली की आपूर्ति की जाती है. फिलहाल मधुबनी पावर सब स्टेशन को दुरुस्त करने के लिये अन्य कार्य भी किये जा रहे हैं. इसलिए भी दो-चार घंटे बिजली आपूर्ति बंद करनी पड़ती है. शहर के इमरजेंसी फीडर के उपभोक्ताओं को औसतन 21 घंटे ओल्ड एवं न्यू को 18 घंटे बिजली मिल रही है.
क्या कहते हैं अभियंता
शहर के सहायक विद्युत अभियंता गौरव कुमार बताते हैं कि पावर सब स्टेशन में जीकेसी कंपनी द्वारा काम किया जा रहा है. जल्द ही यह समस्या दूर कर लिया जायेगा. उपभोक्ताओं की समस्या के समाधान के लिए विभाग गंभीर है.