झंझारपुर. अनुमंडल के लखनौर प्रखंड के हरभंगा गांव स्थित मक्करी टोला में डायरिया से पीड़ित तीन से चार लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. चिकित्सक हरभंगा गांव से स्वास्थ्य कैंप यह कहकर हटा लिया है कि अब डायरिया पर कंट्रोल पा लिया गया है. लेकिन सच्चाई है कि डायरिया की कहर आज भी लोग झेल रहे हैं. गुरुवार को झंझारपुर अनुमंडलीय अस्पताल में तीन मासूम बच्चों समेत पांच लोग भर्ती है. जिसमें से तीन की हालत में सुधार है. वहीं एक महिला की स्थिति अभी भी नाजुक बना हुआ है. अनुमंडल अस्पताल में भर्ती हरभंगा के लीला देवी, सरिता देवी, अंजेश सदाय के 4 वर्षीय पुत्र सुंदरम कुमार, 7 वर्षीय पुत्र सत्यम कुमार, 12 वर्षीय पुत्र दिल देव कुमार शामिल है. वहीं रहिका के दिलीप ठाकुर भी डायरिया से पीड़ित है. यहां बता दें कि रक्षाबंधन के बाद से ही हरभंगा गांव के मक्करी टोला में डायरिया से लोग पीड़ित हो रहे हैं. विशेषज्ञ कहते हैं कि जलजनित बीमारी से डायरिया, चर्म रोग, कैंसर आदि होते हैं. सीएचसी प्रभारी डॉ प्रवीण रंजन ने बताया कि डायरिया के प्रभाव खत्म होने के बाद फिर से डायरिया मरीज आने की जानकारी प्राप्त हुई है. कुछ मरीज झंझारपुर अनुमंडल अस्पताल पहुंचे हैं. मेडिकल टीम के साथ प्रभावित गांव का दौरा कर स्थिति की जानकारी प्राप्त करने के लिए जा रहे हैं. जरूरत पड़ने पर फिर से कैंप शुरू की जाएगी.
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